नई दिल्ली : पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आमने-सामने हो गए हैं. बता दें, यह मुद्दा साल 2018 में सऊदी अरब के पत्रकार जमाल ख़ाशग़्जी की हत्या से जुड़ा हुआ है जो एक बार फिर सुर्खियों में है. जिसके बाद […]
नई दिल्ली : पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आमने-सामने हो गए हैं. बता दें, यह मुद्दा साल 2018 में सऊदी अरब के पत्रकार जमाल ख़ाशग़्जी की हत्या से जुड़ा हुआ है जो एक बार फिर सुर्खियों में है. जिसके बाद से इस बात की चर्चा दुनियां भर में हो रही है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि उन्होंने सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ 15 जून को बैठक की. इस दौरान उन्होंने सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या पर भी चर्चा की. साल 2018 में पत्रकार जमाल ख़ाशग़्जी का मर्डर हो गया था.
राष्ट्रपति बाइडन ने इस ख़ास बातचीत के बारे में बताया कि ‘मैंने साफ कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति होते हुए मानवाधिकार के किसी मामले पर चुप रहना, जो मैं हूं या जो हम हैं, उस पहचान से मेल नहीं खाता.’ उन्होंने आगे मूल्यों के लिए हमेशा खड़े रहने की भी बात की.
अमेरिकी खुफिया विभाग का कहना है कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का अमेरिका में रहने वाले पत्रकार जमाल खशोगी की 4 साल पहले हुई हत्या में पूरा हाथ है. इस हत्या ने सऊदी अरब के साथ संबंधों में सुधार करने के कदम को जो बाइडेन की कोशिशों को अवरुद्ध किया है. आरोप ये भी है कि सऊदी एजेंटों ने 2018 में जमाल खशोगी की हत्या कर दी थी. इस मुद्दे पर जो बाइडन ने कहा कि उन्होंने मर्डर में शामिल सऊदी अरब के आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाए, प्रदर्शन करने वालों का कहना है कि सच्चाई से आंख बंद करने वाले राजनयिकों को रोज याद दिलाने के लिए है कि जमाल खशोगी की हत्या की ज़िम्मेदार सऊदी अरब की सरकार है.
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