नई दिल्ली: कई फिल्मों में आपने जॉम्बीज तो देखे ही होंगे। लेकिन आप क्या ये जानते हैं कि वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि जॉम्बी वायरस लोगों पर आक्रमण करने वाला है। दरअसल, जॉम्बीज वायरस आर्कटिक की बर्फ के नीचे पिछले 48000 साल से छुपे हुए हैं और अब ग्लोबल वार्मिंग के कारण अभी जिस […]
नई दिल्ली: कई फिल्मों में आपने जॉम्बीज तो देखे ही होंगे। लेकिन आप क्या ये जानते हैं कि वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि जॉम्बी वायरस लोगों पर आक्रमण करने वाला है। दरअसल, जॉम्बीज वायरस आर्कटिक की बर्फ के नीचे पिछले 48000 साल से छुपे हुए हैं और अब ग्लोबल वार्मिंग के कारण अभी जिस तरह से बर्फ पिघल रही है, तो ऐसे में यह स्थिति पैदा हो सकती है कि ये वायरस(Zombie Virus) पूरी दुनिया में तबाही मचाए। चलिए जानते हैं कि जॉम्बी वायरस क्या है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, साइबेरियाई पर्माफ्रॉस्ट से लिए गए सैंपल से पता चला है कि जॉम्बी वायरस फिर से एक्टिव हो गया और ये वायरस जमीन के अंदर हजारों सालों से जमा है। दरअसल, जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग के कारण बर्फ पिघल रही है ये महामारी दक्षिण क्षेत्र में धीरे-धीरे उभर सकती है, उसके बाद ये महामारी उत्तर में भी फैल सकती है। बता दें कि वैज्ञानिकों ने जॉम्बी वायरस को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। इस दौरान उन्होंने कहा है कि अगर ये वायरस फैल गया तो कोरोना जैसी नई(Zombie Virus) जॉम्बी वायरस है कोरोना से ज्यादा खतरनाक, जानें वैज्ञानिकों ने क्या कहा महामारी पैदा कर सकता है।
जानकारी दे दें कि जॉम्बी वायरस को लेकर कई सारी रिपोर्ट्स पब्लिश की जा चुकी है। वहीं पिछले साल इससे जुड़ी एक रिपोर्ट के मुताबिक एक वायरस का नमूना 48500 साल पुराना है और इस सैंपल पर की गई रिसर्च के मुताबिक जिस वायरस को टेस्ट किया गया था वो सिर्फ अमीबा को संक्रमित करने में सक्षम था। हालांकि इंसानों के लिए इसका कोई खतरा नहीं था, पर इसका ये मतलब नहीं की इस समय पर्माफ्रॉस्ट में जमे वायरस से मनुष्य के लिए कोई खतरा नहीं है। बता दें कि इस वायरस में कई सारे म्यूटेशन हो चुके हैं जो कि इंसानों के लिए भी खतरनाक हो सकते हैं।
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