बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना पर हत्या, अपहरण और देशद्रोह समेत 225 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं। बांग्लादेश कई बार चेतावनी दे चुका है कि भारत में रहकर शेख हसीना जो बयानबाजी कर रही हैं उससे दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान हो रहा है।
नई दिल्ली। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पूर्व पीएम शेख हसीना को वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है। इस बीच अंतरिम सरकार के निर्देश पर शेख हसीना और उनके 10 साथियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट जबरन गुमशुदगी और हत्याओं के मामले में जारी हुआ है।
बता दें कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना पर हत्या, अपहरण और देशद्रोह समेत 225 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं। बांग्लादेश कई बार चेतावनी दे चुका है कि भारत में रहकर शेख हसीना जो बयानबाजी कर रही हैं उससे दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान हो रहा है।
मालूम हो कि बांग्लादेश में कुछ महीने पहले आरक्षण के विरोध में एक देशव्यापी हिंसक आंदोलन हुआ था। यह आंदोलन अपने आखिरी वक्त में इतना ज्यादा उग्र हो गया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपना पद छोड़कर भारत भागना पड़ा। हसीना अपनी बहन के साथ भारत के गाजियाबाद आ गई थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह नई दिल्ली में एक सेफ हाउस में रही हैं। उधर बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ। यह सरकार फिलहाल देश की बागडोर संभाल रही है।
बता दें कि शेख हसीना को लेकर बांग्लादेश में लगातार जारी हो रहे वारंट को लेकर भारत में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है।