नई दिल्लीः बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से स्थिति गंभीर बनी हुई है। बांग्लादेश हिंदुओं के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। कट्टरपंथियों के जुल्म से अपनी रक्षा करने के लिए ISCKON के चिन्मय प्रभु हिंदुओं को एकजुट करने का काम कर रहे थे। लेकिन उनसे डरकर अब मोहम्मद यूनुस की सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
बांग्लादेशी मीडिया की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को ढाका एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है। अब जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक चिन्मय प्रभु को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
इसके बाद से ही हालात बिगड़ते जा रहे हैं। गिरफ्तारी के खिलाफ हिंदू समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इसी बीच बीएनपी और जमात कार्यकर्ताओं ने हिंदुओं पर हमला कर दिया। इस हमले में करीब 50 लोग घायल हो गए। देर रात मौलवी बाजार में हजारों हिंदुओं ने जय सिया राम और हर हर महादेव के नारे लगाते हुए विशाल मशाल रैली निकाली।
दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास प्रभु ने 22 नवंबर को बांग्लादेश के रंगपुर में हिंदुओं के समर्थन में एक रैली की थी। अब माना जा रहा है कि इसी वजह से चिन्मय कृष्ण प्रभु पर यह कार्रवाई की गई है। यह भी दावा किया जा रहा है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार नहीं चाहती थी कि चिन्मय दास देश छोड़कर जाएं। यही वजह थी कि जैसे ही वह एयरपोर्ट पहुंचे, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि रंगपुर में हिंदुओं के समर्थन में आयोजित रैली में हिंदुओं पर हो रहे हमलों का विरोध किया गया। इस रैली में कहा गया कि बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार लगातार अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं को परेशान कर रही है। विरोध जताया गया कि बीएनपी के समर्थन से कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी के लोग खुलेआम इस्कॉन और इस्कॉन भक्तों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
Also Read- जब 10 हजार हाथियों के बल वाले भीम को एक स्त्री ने किया पराजित, महाभारत…
IPL 2025 की नीलामी जेद्दा में दो दिन तक चली, 182 खिलाड़ी 639.15 करोड़ रुपये…
शादी तय होने से खफा प्रेमी ने जान से मारने की नीयत से उस पर…
संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति ने संस्कृत और मैथिली में भारत के संविधान…
बीजेपी द्वारा सीएम पद फाइनल किए जाने के बाद शिंदे ने इस पर असहमति जताई…
संविधान दिवस को याद करने और संविधान की शक्ति को मान्यता देने के लिए इस…
महाराष्ट्र में नई सरकार का शपथ ग्रहण 29 नवंबर को हो सकता है. सीएम को…
शशि के भाई रवि रुइया, जिनके साथ उन्होंने एस्सार समूह की स्थापना की थी, और…