नई दिल्ली। बांग्लादेश नेताओं के द्वारा भारत के खिलाफ लगातार हो रही बयानबाजी को लेकर विदेश मंत्रालय ने कड़ा ऐतराज जताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि बांग्लादेशी नेताओं को गलत बयानबाजी से बचना चाहिए। उनकी इस बयानबाजी का असर दोनों देशों के रिश्तों पर पड़ रहा है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर भारत में लोग भड़के हुए हैं। कई लोगों ने केंद्र सरकार से बांग्लादेश में सेना भेजने की मांग कर दी है। सबसे हालिया मांग अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने की है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार को बांग्लादेश में जल्द से जल्द इंडियन आर्मी भेजने की तैयारी करनी चाहिए।
कभी पीएम मोदी के करीबी लोगों में रहे प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि अगर बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हमले नहीं रूके तो भारतीय सेना को बांग्लादेश भेजना चाहिए और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। तोगड़िया ने कहा कि पूरी दुनिया में कहीं भी जब हिंदू पर हमला होता है तो उसे रोकने की जिम्मेदारी भारत सरकार की है।
तोगड़िया ने कहा कि जब बांग्लादेश बना था तब वहां पर 28 फीसदी हिन्दू थे और आज वहां पर सिर्फ 8 प्रतिशत हिन्दू बचे हैं। जो हिन्दू वहां रह भी रहे हैं, उनके ऊपर अत्याचार किया जा रहा है, जिसकी वजह से पलायन हो रहा है। हमारी सरकार को इस पर बहुत कड़े कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि साल 1971 में जब भारत की सेना पाकिस्तान में घुसी थी तब वो और बांग्लादेश एक था। हमने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में तोड़ा। अब पाकिस्तान पहले की तुलना में कहीं ज्यादा कमजोर है। बांग्लादेश भी हमारे सामने कुछ भी नहीं है। हमारी सेना अगर वहां जाएगी तो बांग्लादेश के होश ठिकाने हो जाएंगे।
इसके साथ ही तोगड़िया ने कहा कि अब मोदी-योगी और तोगड़िया एक हैं। हमारे बीच अब कोई भी मतभेद नहीं है। जो लोग इस मुगालते में हैं कि हमारे बीच कोई मतभेद है, उन्हें होश में आ जाना चाहिए।
बांग्लादेश पहुंच वहां के मौलानाओं से भिड़ा ये भारतीय मुस्लिम, की इतनी कुटाई, 4 लोग चल बसे!