बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत पर मादक पदार्थों की तस्करी का आरोप लगाया और पूर्ववर्ती शेख हसीना सरकार द्वारा किए गए भारत-बांग्लादेश समझौतों की समीक्षा करने की बात कही।
नई दिल्ली। भारत के विरोध में अंधे हो चुके बांग्लादेश ने अब सारी हदें पार करनी शुरू कर दी हैं। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने भारत पर बांग्लादेश में ड्रग्स भेजने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि सरका शेख हसीना के कार्यकाल में भारत के साथ किए गए अनुचित समझौतों की भी समीक्षा करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, आगामी भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा सम्मेलन पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चौधरी ने सीमावर्ती इलाकों में भारत के नागरिकों पर ड्रग्स बनाने और उन्हें बांग्लादेश में तस्करी करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “वे फेंसिडिल बनाते हैं और बांग्लादेश में इसकी तस्करी करते हैं। हालांकि वे इसे दवा कहते हैं, लेकिन यह वास्तव में एक नशीला पदार्थ है।” चौधरी ने कहा कि सीमा के 150 गज के भीतर किसी भी गतिविधि के लिए दोनों देशों की आपसी सहमति की आवश्यकता होती है और किसी भी पक्ष के लिए एकतरफा कार्रवाई करने की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर किसी विकास परियोजना के तहत मस्जिद या मंदिर बनाया जाना है, तो दोनों देशों की सहमति अनिवार्य होगी। भविष्य में इस सहमति को सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा।
चौधरी ने कहा, “सीमा उल्लंघन, अवैध प्रवेश और घुसपैठ को रोकने के उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, भारत से बांग्लादेश में फेन्सिडिल, हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक जैसे अवैध पदार्थों की तस्करी को रोकने पर जोर दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि नदी के पानी के न्यायसंगत बंटवारे, जल समझौतों के कार्यान्वयन और रहीमपुर नहर के मुहाने को फिर से खोलने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।
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