नई दिल्ली: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में हुई मौत ने पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया है. दुनियाभर के नेता राष्ट्रपति रईसी की मौत पर दुख व्यक्त कर रहे हैं. इस बीच अमेरिका ने ईरानी राष्ट्रपति की मौत मामले में बड़ा खुलासा किया है. अमेरिका विदेश विभाग ने कहा है कि […]
नई दिल्ली: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में हुई मौत ने पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया है. दुनियाभर के नेता राष्ट्रपति रईसी की मौत पर दुख व्यक्त कर रहे हैं. इस बीच अमेरिका ने ईरानी राष्ट्रपति की मौत मामले में बड़ा खुलासा किया है. अमेरिका विदेश विभाग ने कहा है कि रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद ईरान ने हमसे मदद मांगी थी. लेकिन हां, हमने उनकी मदद नहीं की. बता दें कि ईरान और अमेरिका एक-दूसरे के जानी दुश्मन हैं और दोनों देशों के बीच कूटनीति संबंध नहीं हैं.
दुनिया के सबसे ताकतवर मुस्लिम देशों में से एक ईरान अपने राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद इतना ज्यादा बेबस हो गया था कि उसने अपने दुश्मन अमेरिका से भी मदद मांगी थी. अमेरिकी विदेश विभाग ने इसका खुलासा किया है. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ईरान ने रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद हमसे मदद मांगी थी. लेकिन हमने उनकी मदद नहीं की.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने आगे बताया कि ईरानी सरकार ने हेलिकॉप्टर हादसे के बाद हमसे सहायता मांगी थी. उन्होंने कहा जैसे हम मुसीबत के वक्त दूसरे देशों की मदद करते हैं, वैसे ही ईरान की भी सहायता करना चाहते थे. लेकिन लॉजिस्टिक कारणों से हम उनकी मदद करने में असमर्थ थे. हालांकि, मिलर ने इस बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया है. बता दें कि साल 1979 में हुई इस्लामिक क्रांति के बाद से ईरान और अमेरिका के बीच संबंध हमेशा खराब रहे हैं.
इब्राहिम रईसी ही नहीं, इन देशों के राष्ट्रपति की भी विमान हादसे में जा चुकी है जान