नई दिल्ली : चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तख्तापलट की ख़बरों से इस समय सोशल मीडिया का बाजार गर्म है. सोशल मीडिया पर किए गए दावों के अनुसार चीन की सत्ता में तीसरी बार अपने कार्यकाल की तैयारी कर रहे शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. तख्तापलट की खबरें इसलिए भी तेज […]
नई दिल्ली : चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तख्तापलट की ख़बरों से इस समय सोशल मीडिया का बाजार गर्म है. सोशल मीडिया पर किए गए दावों के अनुसार चीन की सत्ता में तीसरी बार अपने कार्यकाल की तैयारी कर रहे शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. तख्तापलट की खबरें इसलिए भी तेज हैं क्योंकि जब से राष्ट्रपति उज्बेकिस्तान में एससीओ मीटिंग में शामिल होकर लौटे हैं तब से उन्हें किसी भी सार्वजानिक कार्यक्रम में भाग लेते हुए नहीं देखा गया है. हालाँकि इन ख़बरों की पुष्टि अब तक नहीं हुई है बावजूद इसके इन ख़बरों में कितना दम हो सकता है आइए जानने की कोशिश करते हैं.
चीनी मीडिया की चुप्पी और आधिकारिक पुष्टि ना होना इस खबर को और अधिक हवा दे रही है. हालांकि सोशल मीडिया पर इन अफवाहों को पुख्ता करने के लिए कई सबूत भी दिए गए हैं. कई वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें चीन की सड़कों पर भारी मात्रा में टैंकरों को चलते हुए देखा जा सकता है. इसके अलावा चीन में एकाएक करीब 6000 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमानों का कैंसिल हो जाना भी मामले में संदेह पैदा कर रहा है.
बता दें, चीन एक कम्युनिस्ट देश है. जहां अचानक से सत्तापलट होना कोई नई बात नहीं है. पहले भी कई बार इस तरह की खबरें सामने आई हैं जब चीनी राष्ट्रपति के सार्वजानिक तौर पर नज़र ना आने पर उनके हाउस अरेस्ट होने की या फिर सत्ता जाने की चर्चा हो रही हो. इन मामलों में राष्ट्रपति कुछ दिनों में ही नज़र आ गए थे लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है.
बता दें, चीन में हाल ही में दो पूर्व मंत्रियों को मौत की सजा भी सुनाई गई. दोनों मंत्रियों को भ्रष्टाचारी बताया जा रहा था साथ ही कई मीडिया रिपोर्ट्स में दोनों मंत्रियों को शी जिनपिंग के खिलाफ साजिश करने वाले समूह का हिस्सा भी कहा गया है. हालांकि, चीन ने आधिकारिक रूप से इसे भ्रष्टाचार का ही मामला बताया. ऐसे में ऐसा भी संभव है कि चीन में सत्ता गिराने के खिलाफ वाकई बड़े स्तर पर कोई साजिश रची जा रही हो.
कुछ विश्लेषक बताते हैं कि अभी भी चीन में म्यांमार जैसे हालात नहीं है. चीन में राजनेताओं के नेतृत्व में ही तख्तापलट होगा। सेना के नेतृत्व में नहीं. इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाज़ी ही होगी. क्योंकि अगर शी जिनपिंग वाकई हाउस अरेस्ट हुए भी हैं तो इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. बता दें, 23 सितंबर को ये खबर शुरू हुई थी लेकिन चीन में बाकी सभी राजनीतिक गतिविधियां सामान्य रूप से चलती रहीं. एक मीडिया रिपोर्ट ये भी बताती हैं कि राष्ट्रपति इस समय क्वारंटाइन पीरियड पर हो सकते हैं क्योंकि उन्होंने हाल ही में उज़्बेकिस्तान का दौरा भी किया है.
‘एक हाथ में नहीं होगी सारी ताकत’- नई पार्टी लॉन्च करते हुए बोले गुलाम नबी आजाद
Russia-Ukraine War: पीएम मोदी ने पुतिन को ऐसा क्या कह दिया कि गदगद हो गया अमेरिका