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Iran Hijab Row : ईरान के हक़ में अफगानी महिलाओं का प्रदर्शन, तालिबान ने करवाई फायरिंग

नई दिल्ली : इस समय हिजाब विवाद को लेकर पूरी दुनिया में करीब-करीब हर देश की महिलाएं अब आवाज़ उठाने लगी हैं. ईरान और फ्रांस के बाद इसी कड़ी में अब तालिबान शासित अफगानिस्तान की महिलाओं ने भी आपनी आवाज़ बुलंद करने की कोशिश की लेकिन महिलाओं के इस प्रदर्शन को तितर-बितर करने में तालिबान […]

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Iran Hijab Row : ईरान के हक़ में अफगानी महिलाओं का प्रदर्शन, तालिबान ने करवाई फायरिंग
  • September 29, 2022 6:13 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : इस समय हिजाब विवाद को लेकर पूरी दुनिया में करीब-करीब हर देश की महिलाएं अब आवाज़ उठाने लगी हैं. ईरान और फ्रांस के बाद इसी कड़ी में अब तालिबान शासित अफगानिस्तान की महिलाओं ने भी आपनी आवाज़ बुलंद करने की कोशिश की लेकिन महिलाओं के इस प्रदर्शन को तितर-बितर करने में तालिबान को कुछ ही समय लगा.

हवा में चलाई गोलियां

हिजाब को लेकर 22 वर्षीय ईरानी लड़की महसा अमीनी की कस्टोरियल मौत ने अब पूरे देश की महिलाओं के अंदर हिजाब कानून के खिलाफ चिंगारी भर दी है. पुलिस की हिरासत के दौरान रहस्यमयी तरीके से हुई महिला की मौत से ईरान की कई महिलाएं इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. कभी बाल काटकर तो कभी अपने हिजाब जलाकर ईरान में लोग अपना विरोध दर्ज़ करवा रहे हैं. बीते दिनों बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी जान भी गंवाई. इसी कड़ी में अब दुनिया भर की महिलाएं भी हिजाब कानून के खिलाफ खुलकर बात कर रही हैं. हाल ही में ईरान की महिलाओ के समर्थन में अफगानिस्तान की महिलाएं भी आई थीं. जहां अफगानिस्तान के कुछ इलाकों में हिजाब कानून के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन किया गया और रैली निकाली गई. इस दौरान तालिबानी लड़ाकों ने रैली को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग भी की.

प्रदर्शन करने की है मनाही

जानकारी के अनुसार ईरान की महिलाओं के समर्थन में अफगानिस्तान के राजधानी काबुल में 25 महिलाओं ने ईरानी दूतावास के सामने प्रदर्शन किया था. महिलाओं की इस भीड़ को खदेड़ने के लिए तालिबान लड़ाकों ने हवा में फायरिंग की. जिससे भीड़ तुरंत ही बिखर गई. ईरानी महिलाओं के हक़ में इस दौरान “ईरान बढ़ गया है, अब हमारी बारी है!” और “काबुल से ईरान तक, तानाशाही को ना कहो!” के नारे भी लगे. इस बीच तालिबान लड़ाकों ने तेजी से महिलाओं को रोकते हुए हाथ से बैनर भी छीना और हवा में फायरिंग करना शुरू की. बता दें, बीते साल अगस्त महीने से ही अफगानिस्तान में तालिबान का कब्ज़ा है. जहां के नागरिकों को किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन करना मना है. साथ ही पूरे देश में शरिया कानून लागू है. जिसके तहत नागरिकों खासकर महिलाओं पर बेहद कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं।

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