Ukraine-Russia Conflict : क्या रूस और यूक्रेन के बीच इज़राइल की मध्यस्थता करेगी युद्धविराम?

Ukraine-Russia Conflict  नई दिल्ली, Ukraine-Russia Conflict  आज 18वे दिन के बाद भी यूक्रिने और रूस के बीच जंग जारी है. जहां कई देश इस स्थिति पर विराम लगाने के लिए मध्यस्थता कर चुके हैं. वहीं अब यूक्रेन और रूस के बीच कि वार्ता में इज़राइल मध्यस्थता निभाने वाला है. पहले भी इज़राइल कर चुका है […]

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Ukraine-Russia Conflict : क्या रूस और यूक्रेन के बीच इज़राइल की मध्यस्थता करेगी युद्धविराम?

Riya Kumari

  • March 14, 2022 8:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Ukraine-Russia Conflict 

नई दिल्ली, Ukraine-Russia Conflict  आज 18वे दिन के बाद भी यूक्रिने और रूस के बीच जंग जारी है. जहां कई देश इस स्थिति पर विराम लगाने के लिए मध्यस्थता कर चुके हैं. वहीं अब यूक्रेन और रूस के बीच कि वार्ता में इज़राइल मध्यस्थता निभाने वाला है.

पहले भी इज़राइल कर चुका है प्रयास

रूस और यूक्रेन के बीच इज़राइल मध्यस्थता की स्थिति निभाने जा रहा है इस बात की जानकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की प्रशासन के प्रमुख एंड्री यरमक (Andriy Yermak) ने दी है. ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं की दोनों देशों के बीच इस स्थिति पर विराम लगाया है सकता है. इससे पहले भी इज़राइल के राष्ट्रपति नफ्ताली बेनेट ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने का प्रस्ताव रखा था.

जेलेंस्की ने की बेनेट से अपील

रूस की मीडिया की मानें तो यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस से किसी भी मुद्दे को लेकर बात करने के लिए तैयार हैं. अब तक दोनों देशों के बीच तीन दौर की बातचीत हो चुकी है. जिसके बाद रूस कि मीडिया के इस दावे को काफी सकारात्मक रूप से लिया जा रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने येरुसलम में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिलने और बातचीत करने का प्रस्ताव रखा है. जिस दौरान इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से जेलेंस्की ने मध्यस्तता करने की अपील की थी.

यहूदियों और ईसाईयों की भूमि पर प्रस्ताव

दरअसल यरुशलम यहूदी और ईसाइयों की मान्यताओं से जुडी पवित्र भूमि है. इज़राइल के राष्ट्रपति नफ्ताली खुद यहूदी उसूलों को मानते हैं. साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी यहूदी हैं. फिलहाल इज़राइल इस मामले में अपनी भूमिका निभा रहा है. इज़राइल का मानना है कि वह इस संकट को कम करने के लिए रूस से बातचीत का प्रयास कर सकता है. यही कारण है कि 5 मार्च की रात अचानक बेनेट रूस जा पहुंचे थे. राजधानी मॉस्को में पुतिन और बेनेट के बीच करीब ढाई घंटे तक बातचीत चलती रही थी. अब दोनों देशों के बीच चौथे दौर की वार्ता जारी है.

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