इस साल जून में सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आठ दिन के मिशन के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे थे। तब स्पेसक्राफ्ट में खराबी के कारण स्पेसक्राफ्ट को खाली धरती पर लाना पड़ा था, जिसके कारण दोनों यात्री स्टेशन में ही फंस गए थे। बाद में स्पेसक्राफ्ट में खराबी के कारण स्पेसक्राफ्ट को खाली ही खड़ा करना पड़ा था, जिसके कारण दो यात्री स्टेशन पर ही फंस गए थे।
नई दिल्ली : इस साल जून में सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आठ दिन के मिशन के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे थे। तब स्पेसक्राफ्ट में खराबी के कारण स्पेसक्राफ्ट को खाली धरती पर लाना पड़ा था, जिसके कारण दोनों यात्री स्टेशन में ही फंस गए थे। बाद में स्पेसक्राफ्ट में खराबी के कारण स्पेसक्राफ्ट को खाली ही खड़ा करना पड़ा था, जिसके कारण दो यात्री स्टेशन पर ही फंस गए थे। इस बीच स्पेसएक्स का एक स्पेसक्राफ्ट स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भर गया, लेकिन दोनों यात्री वापस नहीं लौटे। कुछ दिन पहले नासा ने घोषणा की थी कि दोनों यानों की संभावित वापसी मार्च 2025 तक होगी, लेकिन अब नासा ने इसे फिर टाल दिया है। सवाल यह है कि नासा इसमें देरी क्यों कर रहा है?
बोइंग स्टारलाइनर को 5 जून को लॉन्च किया गया था और लॉन्च से पहले ही इसमें कई तरह की दिक्कतें आई थीं। हालांकि, डॉकिंग के बाद पैदा हुई दिक्कतों को धरती से सुलझाया नहीं जा सका। स्पेसक्राफ्ट विलियम्स और विल्मोर के बिना धरती पर वापस लौट आया। तब से दोनों अंतरिक्ष स्टेशन पर हैं और नासा का कहना है कि वे मार्च 2025 तक वापस नहीं आ पाएँगे।
जब दोनों अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष स्टेशन में ही रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। नासा ने इसे एक अवसर के रूप में देखा क्योंकि उनमें से कोई भी अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसा हुआ या अकेला नहीं था। फिर दोनों यात्रियों को अंतरिक्ष स्टेशन पर ज़िम्मेदारियाँ दी गईं। 22 सितंबर को सुनीता विलियम्स को उनके अनुभव और पृष्ठभूमि के आधार पर अंतरिक्ष स्टेशन कमांडर (नासा डिवीजन) नियुक्त किया गया और इस तरह उन्होंने पूरे स्टेशन की कमान संभाली।
बुच विल्मोर भी अंतरिक्ष स्टेशन पर चल रहे नासा के प्रयोगों का हिस्सा थे। तब से दोनों का स्वास्थ्य बहुत अच्छा है और नासा उनके स्वास्थ्य पर बारीकी से नज़र रख रहा है। हालाँकि, सुनीता विलियम्स के स्वास्थ्य को लेकर कुछ अटकलें लगाई गई थीं। लेकिन नासा ने इन्हें खारिज कर दिया और सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष स्टेशन पर क्रिसमस भी मनाया।
स्पेसएक्स का ड्रैगन क्रू हर छह महीने में एक बार लॉन्च होता है और दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर जाता है और बदले में दो और अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाता है। अब ड्रैगन अंतरिक्ष यान को चार अंतरिक्ष यात्रियों को वापस भेजना था। उनमें से दो नासा के और दो रूसी अंतरिक्ष यात्री थे।
आपको बता दें कि विलियम्स काफी अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं और उन्होंने अब तक सभी यात्रियों को मिलाकर कुल 571 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं। इसके साथ ही एक समय में स्पेसवॉक के जरिए अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने का रिकॉर्ड भी उनके नाम था और लगातार अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने का रिकॉर्ड वालेरी पोल्याकोव के नाम है जिन्होंने लगातार 437 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं। आपको बता दें कि विलियम्स उनका यह रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाएंगी।
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