नई दिल्लीः विदेशों में आए दिन हिंदू धर्म के ऊपर टिप्पणियां की जाती हैं। इसको लेकर पूरे विश्व में एक अलग बहस भी छिड़ी हुई है। ऐसे ही जब अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के रामास्वामी के ऊपर टिप्पणी की गई तो उन्हें पूरी दुनिया के कट्टरपंथियों को अपने जवाब से करारा तमाचा मारा है। अब […]
नई दिल्लीः विदेशों में आए दिन हिंदू धर्म के ऊपर टिप्पणियां की जाती हैं। इसको लेकर पूरे विश्व में एक अलग बहस भी छिड़ी हुई है। ऐसे ही जब अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के रामास्वामी के ऊपर टिप्पणी की गई तो उन्हें पूरी दुनिया के कट्टरपंथियों को अपने जवाब से करारा तमाचा मारा है। अब रामास्वामी और अमेरिकी नागरिक के बीच हालिया बातचीत को लेकर चर्चा हो रही है।
हाल ही में रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी और एक अमेरिकी नागरिक के बीच हुई बहस में जब हिंदू धर्म को एक बुरा और मूर्तिपूजक धर्म बताया गया तो विवेक रामास्वामी ने करारा जवाब देते हुए कहा कि हर बार हिंदुत्व को ही क्यों निशाना बनाया जाता है? रामास्वामी ने बहुत शांतिपूर्ण तरीके से अपने धर्म का बचाव किया और हिंदू धर्म को सहिष्णु बताया।
अमेरिका में लंबे समय से कुछ कट्टरपंथी समूह गैर-अब्राहमिक धर्मों, खासकर हिंदू धर्म को निशाना बनाते रहे हैं, उन्हें “मूर्तिपूजक” या अमेरिकी मूल्यों के खिलाफ बताते रहे हैं। हिंदू धर्म, चाहे भारत में हो या विदेश में, कभी भी उस तरह का आक्रोश नहीं दिखा, जैसा इस्लाम या ईसाई धर्म पर हमलों में देखा जाता है। रामास्वामी ने हिंदुओं को निशाना बनाए जाने के मुद्दे पर जोरदार बहस की।
लेबर वीकेंड डे पर न्यू हैम्पशायर में एक मतदाता ने रामास्वामी से उनके धर्म के बारे में पूछा, जिसके जवाब में उन्होंने कहा “मैं एक हिंदू हूं और मुझे इस पर गर्व है। मैं बिना किसी खेद के इसके लिए खड़ा हूं। मुझे लगता है कि मैं धार्मिक स्वतंत्रता के रक्षक के रूप में और भी आगे जाऊंगा।” इस दौरान जब उनसे ईसा मसीह के बारे में उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में ईसा मसीह ईश्वर के पुत्र हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म सबको साथ लेकर चलने की बात करता है लेकिन फिर भी दुनिया के कई देशों में हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जाता है।
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