नई दिल्ली: सांप प्रकृति का सबसे खतरनाक जीव माना जाता है. सांप के डसने से जान भी जा सकती है. यही कारण है कि सांप से लोग डरते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जिसमें एक रिसर्च के लिए सांपों से एक-दो बार नहीं बल्कि 40 हजार बार कटवाया […]
नई दिल्ली: सांप प्रकृति का सबसे खतरनाक जीव माना जाता है. सांप के डसने से जान भी जा सकती है. यही कारण है कि सांप से लोग डरते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जिसमें एक रिसर्च के लिए सांपों से एक-दो बार नहीं बल्कि 40 हजार बार कटवाया गया. एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल ब्राजील में 27 हजार लोग सांप (डसने) के शिकार होते हैं. सांप के काटने से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए ब्राजील के एक वैज्ञानिक ने सांपों पर रिसर्च किया है. इस रिसर्च के लिए सांपों से 40 हजार बार कटवाया गया है.
आपको बता दें कि ब्राजील के बूतनतन इंस्टिट्यूट के शोधकर्ता जाआओ मिगेल आल्वेस-नूनिस ने यह रिसर्च किया है. इस रिसर्च के लिए उन्होंने एक ही प्रजाति के सांप से 40 हजार बार कटवाया. नूनिस ने दक्षिण अमेरिका के एक जहरीले सांप जराराका से खुद को 40 हजार बार कटवाया. इस तरह से वो ये समझना चाहते थे कि सांप आखिर इंसानों को क्यों काटते हैं. सांपों के व्यवहार को समझने के लिए यह रिसर्च अब तक के सबसे अच्छी मानी गई है. इस संबंध में आल्वेस-नूनिस ने बताया कि यह सांप इंसान को तभी काटता है जब उसके साथ कोई छेड़छाड़ करता है, लेकिन रिसर्च में ऐसा नहीं परिणाम आया है.
रिसर्च में पता चला कि सांपों द्वारा इंसानों को डसने का कारण उनकी लंबाई है. बताया गया कि सांप जितना छोटा होगा उतनी ही इंसान को काटने की संभावनाएं ज्यादा होंगी. साथ ही रिसर्च में पता चला है कि नर सांप की अपेक्षा मादा सांप जल्दी काटती हैं. ये भी पता चला है कि गर्मियों में सांपों के काटने की संभावना और बढ़ जाती है.