September 8, 2024
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Turkey Earthquake: तुर्की में क्यों बार-बार आते हैं भूकंप? 1300 लोगों की गई जान

  • WRITTEN BY: Riya Kumari
  • LAST UPDATED : February 6, 2023, 5:02 pm IST

नई दिल्ली: सोमवार को तुर्की में आए भूकंप ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. अब तक इस भूकंप में कुल 1300 लोगों की जान जाने की खबर सामने आ रही है. ये पहली बार नहीं है जब तुर्की में भूकंप आया हो. इससे पहले भी यह देश कई ऐसे भूकंप की चपेट में आ चुका है. लेकिन एक सवाल ये भी है कि आखिर इस देश में इतने भूकंप क्यों आते हैं? आइए आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं.

भूकंप क्यों और कैसे आते हैं?

भूकंप को समझने से पहले आपको धरती के नीचे की प्लेटों की संरचना को समझने की जरूरत है। पूरी पृथ्वी 12 टेक्टॉनिक प्लेटों पर स्थित है। इन प्लेटों के टकराने से जो ऊर्जा निकलती है उसे भूकंप कहते हैं। दरअसल, धरती के नीचे ये प्लेटें बेहद धीमी रफ्तार से घूमती या खिसकती हैं। हर साल 4-5 मिमी जगह से खिसक जाती है। इस दौरान कुछ प्लेटें दूसरों के नीचे सरक जाती हैं और कुछ गायब हो जाती हैं। इस दौरान जब प्लेट आपस में टकराती हैं तो भूकंप के हालात बन जाते है।

 

तुर्की में इसलिए आते हैं भूकंप

तुर्की का ज्यादातर हिस्सा एनाटोलियन प्लेट पर स्थित है. इस प्लेट के पूर्व में ईस्ट एनाटोलियन फॉल्ट है जो बाईं तरफ ट्रांसफॉर्म फॉल्ट है. यह अरेबियन प्लेटके साथ जुड़ता है. इसके अलावा दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में अफ्रीकन प्लेट भी है. जबकि, उत्तर दिशा की ओर यूरेशियन प्लेट है. यह प्लेट उत्तरी एनाटोलियन फॉल्ट जोन से जुड़ा है. घड़ी के विपरीत दिशा में घूमने वाली इन्हीं प्लेटों की वजह से तुर्की में बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं.

 

ये है मुख्य कारण

एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट तुर्की के नीचे मौजूद है जो घड़ी के विपरीत दिशा में घूम रही है. जिसे आम भाषा में एंटीक्लॉकवाइज भी कहते हैं. दूसरी ओर इसे अरेबियन प्लेट धक्का दे रही है. यदि घूमती हुई एनाटोलियन प्लेट को जब अरेबियन प्लेट धक्का देती है, तो ये यूरेशियन प्लेट से टकराती है. इसी कारण तुर्की और इसके आस-पास के इलाकों में भूकंप आते हैं. सोमवार(6 फरवरी) को आए 7.8 तीव्रता के भीषण भूकंप में 1300 लोगों की मौत होने की खबर है. इस भूकंप में अब तक 5,380 लोग घायल हो गए हैं. 2470 लोगों को मलबे के भीतर से बचाया गया है. 2818 इमारतें जमींदोज होने की बात कही जा रही है.

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