पाकिस्तान के पंजाब प्रांत स्थित झेलम में शनिवार की रात अज्ञात बंदूकधारियों के हाथों मारा गया लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का खूंखार आतंकवादी अबू कताल अपने चाचा हाफिज सईद की तरह ही भारत का दुश्मन नंबर वन था. हाफिज सईद ने ही अबू कताल को लश्कर-ए-तैयबा का चीफ ऑपरेशनल कमांडर बनाया था जिसने रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले को अंजाम दिया था.
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत स्थित झेलम में बीती रात अज्ञात बंदूकधारियों के हाथों मारा गया लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का खूंखार आतंकवादी अबू कताल अपने चाचा हाफिज सईद की तरह ही भारत का दुश्मन नंबर वन था. हाफिज सईद ने ही अबू कताल को लश्कर-ए-तैयबा का चीफ ऑपरेशनल कमांडर बनाया था. हाफिज सईद के आदेश पर वह जम्मू-कश्मीर में बड़े हमलों की साजिश रचता था और उसे अंजाम तक पहुंचाता था.
बताते हैं कि अबू कताल रावलपिंडी में रहने वाले साजिद जट्ट को सीधे रिपोर्ट करता था. उसने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले को अंजाम दिया था. 1 जनवरी 2023 को राजौरी के ढांगरी गांव में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था, हमले के अगले दिन आईईडी विस्फोट हुआ जिसमें दो बच्चों समेत सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. यह काफी चर्चित घटना थी. जाचोंपरांत राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने राजौरी हमले में प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा संगठन की तीन पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स समेत 5 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था जिसमें अबू कताल का नाम भी शामिल था. भारतीय सुरक्षा और जांच एजेंसियां उसको काफी समय से तलाश रही थी. वह जांच एजेंसियों के हत्थे तो नहीं चढ़ा अलबत्ता उसके दुश्मनों ने उसे जहन्नुम जरूर पहुंचा दिया.
अबू कताल लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के संस्थापक व मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का भतीजा था और चाचा की तरह ही बर्बर आतंकी था. उसने जम्मू-कश्मीर में तीर्थ यात्रियों के बस पर हमले सहित कई हमलों को अंजाम दिया. वह पाकिस्तान के कब्जे वाले POK के कोटली में लश्कर के खुरेटा लॉन्च पैड का स्यवंभू कमांडर था. इस आतंकी कैंप से राजौरी-पुंछ क्षेत्रों को निशाना बनाया गया. कताल हमलों के साथ साथ अपने सहयोगियों की घुसपैठ कराने और हमलों के लिए साजिश रचने का काम करता था. कमांडर होने के नाते वह यह सुनिश्चित करता था जिन लोगों को हमले की जिम्मेदारी दी गयी है वो कैसे स्पॉट तक सुरक्षित पहुंचे. वह ड्रोन के जरिए हथियार गिराने में सीधे तौर पर शामिल रहता था. वह अपने चाचा हाफिज सईद का दाहिना हाथ था.
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