Who is Greta Thunberg, Kaun hai UN wali Great Thunberg: यूएन में क्लाइमेट एक्शन के लिए ग्रेटा की स्पीच के लिए उनकी काफी सराहना हो रही है. ग्रेटा ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में दुनिया के नेताओं से पूछा कि आपकी हिम्मत कैसे हुई? आपने मेरे सपने और मेरे बचपन को चुराया है और आप विकास की बात करते हैं. ग्रेटा ने बताया कि जलवायु परिवर्तन की दुनिया में एक बच्चे की तरह रहना कैसा है और वयस्क इसे सुनने से इनकार करते हैं, जिससे वो नाराज और निराश है. जानें कौन है 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग?
नई दिल्ली. स्वीडन की 16 वर्षीय लड़की ग्रेटा थनबर्ग एक वैश्विक आंदोलन का चेहरा बन गई है. ग्रेटा ने यूएन क्लाइमेट एक्शन में दुनियाभर के नेताओं से पूछा- आपकी हिम्मत कैसे हुई? वो अपने आधिकारिक, तथ्यात्मक और भावुक भाषणों के कारण एक साल के अंदर वो आइकन बन गई हैं. ग्रेटा ने पर्यावरण के लिए काम किया और सफलतापूर्वक वयस्कों को याद दिलाया कि उन्हें भी पर्यावरण के लिए काम करना चाहिए. ग्रेटा एक ऐसी विश्व-प्रसिद्ध और सम्मानित युवा बन गई है जो कुछ ही ट्वीट में वैश्विक जलवायु के लिए काम करने के लिए लोगों को प्रेरित करने की क्षमता रखती है. पर्यावरण और वैश्विक जलवायु के लिए सुधार की जिम्मेदारी ग्रेटा हल्के में नहीं लेती है.
यूएन में क्लाइमेट एक्शन के लिए ग्रेटा की स्पीच के लिए उनकी काफी सराहना हो रही है. ग्रेटा ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में दुनिया के नेताओं से पूछा कि आपकी हिम्मत कैसे हुई? आपने मेरे सपने और मेरे बचपन को चुराया है और आप विकास की बात करते हैं. ग्रेटा ने बताया कि जलवायु परिवर्तन की दुनिया में एक बच्चे की तरह रहना कैसा है और वयस्क इसे सुनने से इनकार करते हैं, जिससे वो नाराज और निराश है. ग्रेटा तब से दुनिया भर में जलवायु सुधार का प्रतीक बन गई है. एक प्रेरणादायक आंदोलन छिड़ गया है जहां युवा लोग विश्व नेताओं से सवाल करने के लिए सशक्त महसूस कर रहे हैं.
ग्रेटा थुनबर्ग स्वीडिश हैं और उनका जन्म 3 जनवरी 2003 को स्टॉकहोम में हुआ था. ग्रेटा ओपेरा गायिका मलेना एर्मन और अभिनेता स्वान्टे थुनबर्ग की बेटी हैं. ग्रेटा ग्लोबल वार्मिंग को ठीक करने के लिए अपनी यात्रा के बारे में कई बार बता चुकी हैं. 2011 में, (तब 8 वर्षीय) ग्रेटा ने पहली बार जलवायु संकट के बारे में सुनना शुरू किया। ग्रेटा ने तब से लोगों को जागरुक किया कि कैसे स्वीडिश संसद से प्रतिक्रिया की कमी है. कुछ साल बाद, ग्रेटा ने अपनी सक्रियता में और अधिक कठोर और मुखर कदम उठाने शुरू कर दिए.
एक किताब में ग्रेटा ने बताया कि कैसे वह अपने माता-पिता को उनके जीवन जीने के तरीकों को चुनौती देने लगी और उन्हें शाकाहारी बनने और हवाई यात्रा छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने लगी. इस तरह के कदम का मतलब था कि ग्रेटा की मां को एक ओपेरा गायक के रूप में अपना करियर छोड़ना पड़ा क्योंकि उनकी यात्रा करने का एकमात्र तरीका हवा के माध्यम से था.
ग्रेटा को 2013 में एस्परगर सिंड्रोम से पीड़ित पाया गया. वो ओसीडी और चयनात्मक म्यूटिज़्म की शिकार भी है. ग्रेटा ने तब से अपने एस्परगर को सुपरपावर कहा है. जलवायु परिवर्तन के लिए सरकार की अपर्याप्त प्रतिक्रिया का विरोध करने के लिए 2018 में, ग्रेटा ने अपने स्कूल के घंटों के दौरान हड़ताल करना शुरू कर दिया. स्कूल की हड़ताल ने जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया, जिसमें स्कूल को भविष्य के आंदोलन के लिए प्रेरित करने के लिए छोड़ना शामिल था.
15 साल की उम्र में ग्रेटा थुनबर्ग ने जलवायु संकट पर कार्रवाई की कमी के खिलाफ विरोध करने के लिए स्वीडिश संसद के सामने सप्ताह के तीन दिन हड़ताल की. उसने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर जो किया वह पोस्ट किया और यह जल्द ही वायरल हो गया. 8 सितंबर 2018 को, स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा ने हर शुक्रवार को हड़ताल करने की कसम खाई. थी और इसी के साथ #FridaysForFuture शुरु किया.