नई दिल्ली। इजरायली सेना ने गाजा से एक यजीदी लड़की का रेस्क्यू किया है, जिसे 10 साल पहले इस्लामिक स्टेट ने ईराक से उठा लिया था। वो लड़की आतंकियों से गुजरते हुए अब गाजा पहुंच गई। इजरायल और ईरान ने लड़की के रेस्क्यू का वीडियो जारी किया है। इसके बाद से एक बार फिर से […]
नई दिल्ली। इजरायली सेना ने गाजा से एक यजीदी लड़की का रेस्क्यू किया है, जिसे 10 साल पहले इस्लामिक स्टेट ने ईराक से उठा लिया था। वो लड़की आतंकियों से गुजरते हुए अब गाजा पहुंच गई। इजरायल और ईरान ने लड़की के रेस्क्यू का वीडियो जारी किया है। इसके बाद से एक बार फिर से यजीदी समुदाय चर्चा में है।
मुख्यतः इराक और सीरिया में रहने वाला यजीदी समुदाय हमेशा से धार्मिक रूप से अल्पसंख्यंक रहा है। धार्मिक मान्यताओं की वजह से कट्टरपंथी संगठनों ने इसे हमेशा निशाना बनाये रखा। सबसे ज्यादा कत्लेआम 2014 में किया गया, जो कि यजीदियों के लिए इतिहास का सबसे काला अध्याय बन गया। ISIS ने इराक के उत्तरी क्षेत्र सिंजर पर कब्ज़ा करके हज़ारों यजीदी पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की जिंदगी तबाह कर दी।
सिंजर पर कब्ज़ा करके ISIS ने वहां के महिलाओं और लड़कियों को युद्ध की लूट, जिसे इस्लाम में माल-ए-गनीमत कहा जाता है, बनाकर अपने पास रख लिया। इन्हें गुलाम बनाकर रखा और उपहार की तरह सबमें बांटा। जिहादियों ने कई लड़कियों को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया। सबके बीच उन्हें शारीरिक रूप से बांटा गया। अपहरण की गई कई यजीदी लड़कियों ने सेक्स स्लेव बनने से इंकार कर दिया। इसके बाद क्रूरता दिखाते हुए इस्लामिक आतंकियों ने 19 यजीदी लड़कियों को पिंजरे में बंद कर जिंदा जला दिया। सैंकड़ों लोग तमाशा बनकर देखते रहे। 6 जून 2016 को ISIS का यह घिनौना चेहरा पूरी दुनिया ने देखा।