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अमेरिका में अर्ली वोटिंग सिस्टम क्या है, जानें यहां

अमेरिका में अर्ली वोटिंग सिस्टम क्या है, जानें यहां

नई दिल्ली: अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव है. वहीं कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच चुनावी मुकाबला है. चुनाव से पहले कई सारे सर्वे में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की मुकाबला बताया जा रहा है. अब चुनाव प्रचार अंतिम दौर में पहुंच चुका है. दोनों प्रत्याशियों ने जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. बता दें अर्ली वोटिंग सिस्टम के जरिए करोड़ों मतदाताओं ने अपना वोट डाल दिया है. यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की इलेक्शन लैब ट्रैकर के अनुसार अभी तक अमेरिका में 7.5 करोड़ लोग वोट डाल चुके हैं.

अर्ली वोटिंग सिस्टम

अमेरिका में चुनाव में ज्यादा से ज्यादा लोग भाग ले सके इसलिए वहां अर्ली वोटिंग सिस्टम बनाया गया है. इस सिस्टम के तहत वहां के लोग इलेक्शन डे से कुछ हफ्ते पहले अपना मत दे सकते हैं और ये मत वह रजिस्टर्ड ईमेल, बैलट पोस्ट के माध्यम से डाल सकते है. अर्ली वोटिंग की सुविधा से मतदाता मतदान के लिए निर्धारित दिन पर अनेक समस्याओं से बच जाते हैं. चाहे वो मतदान के लिए लंबी कतारें हों या खराब मौसम या फिर मतदान स्थल पर किसी अन्य तरह की समस्या.

7.5 करोड़ लोगों ने डाला वोट

 

यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के इलेक्शन लैब के मुताबिक अर्ली वोटिंग में अभी तक 7.5 करोड़ अमेरिकी नागरिकों ने वोट डाल दिया है. शुरुआती वोटिंग में आगे रहने वाले शहरों में टेक्सास पहले स्थान पर है. वहां 86 लाख लोगों ने वोट डाल दिया हैं. वहीं दूसरे नंबर पर फ्लोरिडा है जहां 73 लाख लोगों ने वोट डाले हैं. जबकि कैलिफोर्निया में 67 लाख और जॉर्जिया में 40 लाख लोगों ने अपना मत डाल दिया है.

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