नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बीते बुधवार को ब्राजील के प्रस्ताव पर वोटिंग की गई. इस प्रस्ताव में इजराइल के खिलाफ आतंकी समूह हमास के हमलों और इजराइली नागरिकों के विरूद्ध हिंसा की निंदा की गई थी. इसके साथ ही गाजा में मानवीय सहायता देने का भी आग्रह किया गया था. मीडिया रिपोर्ट […]
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बीते बुधवार को ब्राजील के प्रस्ताव पर वोटिंग की गई. इस प्रस्ताव में इजराइल के खिलाफ आतंकी समूह हमास के हमलों और इजराइली नागरिकों के विरूद्ध हिंसा की निंदा की गई थी. इसके साथ ही गाजा में मानवीय सहायता देने का भी आग्रह किया गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो कर दिया है.
15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ब्राजील के प्रस्ताव पर वोटिंग की गई. इस मतदान के दौरान प्रस्ताव के समर्थन में 15 में से 12 वोट पड़े. वहीं ब्रिटेन और रूस इस मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 5 स्थायी सदस्यों में शामिल अमेरिका ने अपने पावर का इस्तेमाल करते हुए प्रस्ताव के खिलाफ वीटो कर दिया. जिसकी वजह से सुरक्षा परिषद प्रस्ताव को अपनाने में विफल हो गई. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में किसी भी प्रस्ताव को पास करने के लिए उसके पक्ष में कम से कम 9 मत होने चाहिए. साथ ही 5 स्थायी सदस्यों में से किसी एक का भी वीटो नहीं होना चाहिए.
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में बीते सोमवार को गाजा में जारी संघर्ष पर रूस द्वारा लाया गया प्रस्ताव खारिज हो गया था. दरअसल रूस के प्रस्ताव में फिलिस्तीन में आम नागरिकों के खिलाफ हो रही हिंसा की निंदा की गई थी. साथ ही युद्धविराम की भी मांग की गई थी. वहीं इस प्रस्ताव में हमास या उसके द्वारा इजराइल के नागरिकों पर किए गए हमले का जिक्र ही नहीं किया गया था. ऐसे में पश्चिमी देशों ने मिलकर रूस के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया. 15 सदस्यों वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव के समर्थन में सिर्फ 4 देशों ने मतदान किया.
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