नई दिल्ली। नेपाल में राजशाही की मांग तेज होती जा रही है। राजधानी काठमांडू में लगातार हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इन हिंसक प्रदर्शनों में दो लोगों की जान चली गई है। इस दौरान पुलिस ने प्राइवेट प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने, हिंसा को बढ़ावा देने और आगजनी करने के आरोप में 105 लोगों ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस इस प्रदर्शन के चीफ कमांडर दुर्गा परसाई को तलाश रही है।
राजशाही की मांग को लेकर चल रहे इस आंदोलन में 40 से ज्यादा नेपाली संगठनों ने हिस्सा लिया है। आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने राजा आओ देश बचाओ, भ्रष्ट सरकार मुर्दाबाद और हमें राजशाही वापस चाहिए जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने नेपाली सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो और भी हिंसक प्रदर्शन होंगे।
नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र ने 19 फरवरी को लोकतंत्र दिवस के मौके पर लोगों से समर्थन मांगा था। इसके बाद से ही देश में ‘राजा लाओ, देश बचाओ’ आंदोलन की तैयारियां चल रही थीं। बता दें कि पूर्व नेपाली राजा ज्ञानेंद्र शाह पर 1 जून 2001 को नारायणहिती नरसंहार में अपने परिवार के सदस्यों की हत्या का आरोप है। इस घटना में राजा बीरेंद्र और रानी ऐश्वर्या समेत राज परिवार के नौ सदस्य मारे गए थे।
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