नई दिल्ली: बांग्लादेश एक बार फिर हिंसा की आग में जल उठा है। इस बार निशाना बने हैं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के दो वरिष्ठ नेता। जानकारी के अनुसार, सिलहट सिटी कॉरपोरेशन (एससीसी) के पूर्व मेयर अनवरुज्जमां चौधरी और मौलवीबाजार-2 (कुलौरा) के पूर्व सांसद शफीउल आलम चौधरी नाडेल के घरों पर हमला कर तोड़फोड़ की गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्रों और आम नागरिकों की भीड़ ने दोनों नेताओं के घरों को घेर लिया और जमकर उत्पात मचाया। सिलहट हवाई अड्डा थाने के प्रभारी अधिकारी सैयद अनीसुर रहमान ने पुष्टि की है कि नाडेल के आवास को मामूली नुकसान पहुंचा है, जबकि पठानतुला इलाके में स्थित अनवरुज्जमां के घर में फर्नीचर और घरेलू सामान तहस-नहस कर दिए गए।
इसी बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सूचना सलाहकार महफूज आलम ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि अवामी लीग के एक लाख से अधिक सदस्य भारत में शरण ले चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीते साल अगस्त में बांग्लादेश में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों और हिंसा के बाद शेख हसीना को भी देश छोड़कर भारत आना पड़ा | तब से वह भारत में ही रह रही हैं।
बढ़ती हिंसा और अवामी लीग के नेताओं पर हमलों के बीच बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति और अस्थिर होती जा रही है। आने वाले समय में इससे देश की आंतरिक स्थिति पर क्या असर पड़ेगा, यह देखने वाली बात होगी।
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