मेक्सिको के पश्चिमी राज्य सिनालोआ में तस्करों के बीच भड़की भीषण हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 9 सितंबर से शुरू
मेक्सिको: मेक्सिको के पश्चिमी राज्य सिनालोआ में तस्करों के बीच भड़की भीषण हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 9 सितंबर से शुरू हुए इस संघर्ष में 53 लोग मारे गए हैं और 51 लोग अब भी लापता हैं। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, हिंसा थमने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं।
सिनालोआ में हिंसा की शुरुआत जुलाई में तब हुई, जब मशहूर ड्रग तस्कर इस्माइल “एल मेयो” जाम्बाडा को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया। जाम्बाडा पर आरोप है कि लॉस चैपिटोस गुट के एक सदस्य ने उनका अपहरण कर उन्हें जबरन अमेरिका भेजा। इसके बाद से सिनालोआ कार्टेल के दो गुटों के बीच संघर्ष तेज हो गया, जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया है।
9 सितंबर को शुरू हुई इस लड़ाई के बाद से राजधानी कुलियाकन में हालात गंभीर हो गए हैं। गोलीबारी के चलते शहर में स्कूलों को बंद करना पड़ा, वहीं रेस्तरां और दुकानें भी जल्दी बंद हो रही हैं। सिनालोआ के गवर्नर रूबेन रोचा मोया ने बताया कि हिंसा पर काबू पाने के लिए 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 5,000 से अधिक खाद्य पैकेज बांटे गए हैं।
मेक्सिको की सेना भी हालात को काबू में करने के लिए संघर्ष कर रही है। गुरुवार को सेना ने लॉस चैपिटोस गुट के नेता इवान आर्किवाल्डो गुजमैन के सुरक्षा प्रमुख फर्नांडो पेरेज मदीना, जिसे “एल पियी” के नाम से जाना जाता है, को गिरफ्तार कर लिया।
हिंसा के बीच एक अजीब घटना भी सामने आई है। एक बाघिन को एक पेड़ से बंधा पाया गया, जिसे तस्करों ने पालतू बना रखा था। पर्यावरण विभाग ने बाघिन को बचाने के लिए सैन्य अधिकारियों को साधन उपलब्ध कराए, लेकिन हिंसा के चलते उसे बचाया नहीं जा सका।
मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने अमेरिका को भी इस अस्थिरता के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों और तस्करों के बीच पहले हुई वार्ता के कारण ही यह हिंसा भड़की है। अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि तस्कर जोआक्विन गुजमैन लोपेज के साथ बातचीत हुई थी, हालांकि उन्होंने जाम्बाडा को अमेरिका में देखकर हैरानी जताई।
सिनालोआ में तस्करों के बीच छिड़ी इस हिंसा ने पूरे राज्य को भय के साये में डाल दिया है। मेक्सिको की सेना और सरकार इसे रोकने की पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन फिलहाल हालात गंभीर बने हुए हैं।
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