नई दिल्ली: फ्रांस में अफ्रीकी मूल के एक 17 साल के किशोर को पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या करने के बाद भड़की हिंसा कल शुक्रवार (30 जून) को तीसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा कल शुक्रवार को दूसरी बार इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है। इस मामले में फ्रांसीसी पीएम […]
नई दिल्ली: फ्रांस में अफ्रीकी मूल के एक 17 साल के किशोर को पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या करने के बाद भड़की हिंसा कल शुक्रवार (30 जून) को तीसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा कल शुक्रवार को दूसरी बार इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है। इस मामले में फ्रांसीसी पीएम एलिजाबेथ बोर्न का कहना है कि सरकार व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रही है, जिसमें आपातकाल का ऐलान करना भी शामिल है। इसके अलावा एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में मार्सिले शहर की सबसे बड़ी लाइब्रेरी में दंगाइयों ने पथराव और आग लगा दी, जिसके बाद अब 45 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए है।
फ्रांस की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने रात भर उत्पात मचा दिया। इतना ही नहीं 13 बसें फूंक डाली। अभी तक 875 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं जबकि तकरीबन 200 पुलिस अफसर घायल हो चुके हैं। बता दें कि लोगों ने साल 2024 ओलंपिक के लिए निर्माणाधीन स्विमिंग पूल को भी फूंक दिया।
दरअसल नेनटेरे क्षेत्र में 17 साल का मृतक किशोर नाहेल के सम्मान में एक शांति मार्च निकालने के दौरान टकराव बढ़ गया। इसी के साथ फिर बेहद जल्द ही कारों को फूंक डाला गया और कूड़ेदानों में भी आग लगा दी गई। यह हिंसा का माहौल पूरे फ्रांस में दिन भर कई इलाकों पर दिखाई दिया। इसके अलावा टूलूज में भी वाहनों में आग लगा दी गई और साथ ही ल्योन के एक उपनगर में एक ट्रामवे ट्रेन को भी आग लगा दी गई। बताया जा रहा है कि एहतियातन पेरिस क्षेत्र में बस और ट्राम सेवाएं बंद कर दी गईं, और कई ट्राम लाइनें कल शुक्रवार की सुबह व्यस्त समय के लिए बंद रहीं।