नई दिल्ली : अमेरिका और रूस के बीच एडवास्ड रीपर ड्रोन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अमेरिका ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एक रूसी सुखोई फाइटर जेट ने और टोही मिशन के दौरान उसके एक एडवांस्ड रीपर ड्रोन को मार गिराया जिसकी वजह से ड्रोन काला सागर में गिर […]
नई दिल्ली : अमेरिका और रूस के बीच एडवास्ड रीपर ड्रोन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अमेरिका ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एक रूसी सुखोई फाइटर जेट ने और टोही मिशन के दौरान उसके एक एडवांस्ड रीपर ड्रोन को मार गिराया जिसकी वजह से ड्रोन काला सागर में गिर गया. लेकिन रूस ने कहा कि हमने ऐसा जानभूझकर नहीं किया है. वहीं अब अमेरिका ने एक वीडियो जारी कर रूस के दावों पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.
अमेरिकी एयरफोर्स ने 42-सेकंड का एक वीडियो जारी किया है जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि एडवांस्ड रीपर ड्रोन उड़ रहा है तभी पीछे से एक रूसी सुखोई फाइटर आया और उसने एडवांस्ड रीपर ड्रोन पर फ्यूल डाल दिया. जिसकी वजह से वह खराब हो गया और काला सागर में गिर गया. मीडिया से बातचीत करते हुए अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि रूस ने यह जानबूझकर किया है.
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जहां-जहां अंतरराष्ट्रीय कानून उड़ान की इजाजत देते हैं, वहां अमेरिका अपना एयरक्राफ्ट उड़ाता रहेगा. रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि यह रूस के ऊपर है कि वह अपने एयरक्राफ्ट को सुरक्षित और सही तरीके से संचालित करे. रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि रूस ने जानबूझकर अमेरिका का ड्रोन मार गिराया.
वहीं रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई सोइगु ने भी अमेरिकी रक्षा मंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि अमेरिका जासूसी कर रहा है. अमेरिका हमेशा रूस की जासूसी करता रहता है इस समय इसमें बढ़ोतरी हुई है. रूस के रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अमेरिका के रणनीतिक ड्रोन का क्रीमिया के तट पर उड़ान भरना उकसावे की कार्रवाई. ये मामला काफी तूल पकड़ रहा है दोनों देशों के बीच काला सागर के पास लड़ाई के हालत बन सकते है. रूस ने कहा कि अगर कोई उकसावे की कार्रवाई होती है तो उसका जवाब दिया जाएगा.