नई दिल्ली: आर्थिक संकट से घिरे पाकिस्तान में सियासी ड्रामा ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. 9 मई को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से देश भर में ये बवाल जारी है. हालांकि महज तीन दिन के भीतर PTI अध्यक्ष को जमानत दे दी गई लेकिन इस फैसले के बाद […]
नई दिल्ली: आर्थिक संकट से घिरे पाकिस्तान में सियासी ड्रामा ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. 9 मई को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से देश भर में ये बवाल जारी है. हालांकि महज तीन दिन के भीतर PTI अध्यक्ष को जमानत दे दी गई लेकिन इस फैसले के बाद से पाक SC और शहबाज़ सरकार आमने-सामने आ गई है. इसी कड़ी में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के नेता फवाद चौधरी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह रिहाई के कुछ देर बाद ही गिरफ्तारी से बचने के लिए गाड़ी से बाहर कूद गए. इसके बाद PTI मंत्री भागते हुए वापस HC चले गए.
जानकारी के अनुसार इमरान खान की पार्टी के मंत्री फवाद चौधरी हाईकोर्ट से जमानत मिलने के तुरंत बाद जैसे ही अपनी गाड़ी में बैठे वैसे ही उन्होंने एंटी टेररिज्म स्क्वाड को अपनी ओर आते हुए देखा. इसके बाद फवाद गाड़ी से निकलकर दोबारा हाई कोर्ट की ओर भाग गए. हैरानी की बात ये है कि हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी पुलिस ने फवाद को गिरफ्तार करने की कोशिश की.
बता दें, अपनी जमानत के दौरान फवाद ने कोर्ट में कहा कि उन्होंने धारा 144 का उल्लंघन नहीं किया. वह विरोध प्रदर्शनों में शामिल नहीं हुए थे. गौरतलब है कि इससे पहले इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने PTI के कई नेताओं की गिरफ्तारी को सार्वजनिक अध्यादेश के रखरखाव के एक्ट 3 के अंतर्गत अवैध घोषित किया है और सभी को जमानत दे दी गई है.
बता दें, पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने सोमवार को फैसला किया है कि नागरिक और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने और आगजमी करने वालों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम सहित देश के संबंधित कानूनों के तहत ट्रायल चलाया जाएगा।
ये फैसला सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर की अध्यक्षता में जीएचक्यू में हुई बैठक मे लिया गया है। इसके अलावा सेना ने बड़ा खुलासा करते हुए 9 मई को इमरान के समर्थकों द्वारा सेना के ऊपर हुए हमले को सुनियोजित सजिश का हिस्सा बताया है।
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