नई दिल्ली: अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा विभाग (सीबीपी) ने धागे की एक खेप से करीब 70,000 गोलियां जब्त की हैं। बताया जा रहा है कि इन गोलियों का इस्तेमाल वे लोग करते हैं जिन्हें नींद नहीं आती। इन गोलियों की कीमत 33,000 अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है। सीबीपी अधिकारियों ने बताया कि यह खेप कैलिफोर्निया के ब्यूना पार्क स्थित एक पते पर भेजी जानी थी। अधिकारियों का कहना है कि धागे की खेप में पकड़ी गई नींद की गोलियां भारत से आ रही थीं, जिन्हें जांच के दौरान जब्त कर लिया गया।
ज़ोलपिडेम टार्ट्रेट नामक इन गोलियों को ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा शेड्यूल-4 नियंत्रित पदार्थों के रूप में वर्गीकृत किया गया है और ये सेडेटिव-हिप्नोटिक्स नामक दवाओं के वर्ग से संबंधित हैं। यह दवा डॉक्टरों द्वारा अनिद्रा के इलाज के लिए मरीजों को दी जाती है। सीबीपी अधिकारियों ने 17 दिसंबर को वाशिंगटन डलेस एयरपोर्ट के पास एक एयर कार्गो गोदाम में काले धागे के 96 रोल की खेप की जांच की।
उन्हें काले धागे के 96 स्पूल में से प्रत्येक के अंदर कुल 69,813 गोलियाँ छिपी हुई मिलीं। एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया कि इन गोलियों की कीमत लगभग 33,000 अमेरिकी डॉलर है। वाशिंगटन डीसी क्षेत्रीय बंदरगाह के लिए सीबीपी क्षेत्रीय बंदरगाह निदेशक क्रिस्टीन वॉ ने कहा, “यह अमेरिका में बड़ी मात्रा में प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की तस्करी करने का एक बहुत ही साहसिक प्रयास है, लेकिन छिपाने का यह रचनात्मक तरीका सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा अधिकारियों को बेवकूफ़ बनाने में विफल रहा।
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