आतंकवाद पर अपना रवैया नहीं बदलने के चलते अमेरिका का ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान को करारा झटका देने के तैयारी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूएस पाकिस्तान को दी जाने वाली 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोकने पर विचार कर रहा है. यूएस एडमिनिस्ट्रेशन का यह फैसला उस दिशा से जोड़कर देखा जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से कार्रवाई न किए जाने से असंतुष्ट है.
वॉशिंगटन/नई दिल्लीः आतंकवाद पर अपना रवैया नहीं बदलने के चलते अमेरिका का ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान को करारा झटका देने की तैयारी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूएस पाकिस्तान को दी जाने वाली 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोकने पर विचार कर रहा है. यूएस एडमिनिस्ट्रेशन का यह फैसला उस दिशा से जोड़कर देखा जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से कार्रवाई न किए जाने से बेहद असंतुष्ट है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, ट्रंप प्रशासन में इन दिनों एक मुद्दे पर आंतरिक बहस छिड़ी हुई है. यह मुद्दा पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता राशि से जुड़ा है. दरअसल आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के उसी रुख पर अब प्रतिक्रिया देते हुए यूएस पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद को रोकने पर विचार कर रहा है. सवाल उठ रहें है कि क्या पाकिस्तान को सहायता राशि न देकर ट्रंप उन्हें आतंकवाद विरोधी अभियानों पर सहयोग करने में नाकाम रहने पर सजा की चेतावनी देंगे.
अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध तब से तनावपूर्ण बने हुए हैं, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान अराजकता, हिंसा और आतंकवाद फैलाने वाले लोगों को पनाह देता है. साल 2002 से पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर से ज्यादा की सहायता राशि मुहैया कराने वाले अमेरिका ने इसी साल अगस्त में कहा था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवादी समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता तब तक वह 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता धनराशि रोक सकता है.
अखबार के अनुसार, दिसंबर माह में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद के मुद्दे पर फैसला लेने के लिए मुलाकात की थी. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अंतिम निर्णय जनवरी 2018 के पहले-दूसरे हफ्ते में लिया जा सकता है. अखबार की यह रिपोर्ट अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइकल पेंस के काबुल में दिए उस बयान के कुछ दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को नोटिस पर रखा हुआ है. बताते चलें कि पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को अमेरिका की एकतरफा कार्रवाई को लेकर चेतावनी दी थी. पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि उसकी अफगानिस्तान में सहयोग की इच्छा के बावजूद राष्ट्रीय सम्मान व संप्रभुता से कोई समझौता नहीं हो सकता.
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