नई दिल्ली: अमेरिका में पाया गया चीन का कथित स्पाई बैलून दोनों देशों के बीच तल्खी बढ़ा रहा है. 5 फरवरी को अमेरिका ने चीनी बैलून मार गिराया था और इसका मलबा चीन को लौटाने से भी इनकार कर दिया था. इसपर चीनी सरकार भड़की हुई है. अब चीनी विदेश मंत्रालय की भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है. विदेश मंत्रालय ने इसे आम बात करार दिया है.
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि- ‘किसी भी बैलून का दूसरे देश में घुस जाना एक आम बात है. 2022 से अब तक चीन में 10 अमेरिकी गुब्बारे घुस चुके हैं. बता दें, अमेरिका ने चीन पर इस बैलून के जरिए जासूसी करने का आरोप लगाया है. चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के इन्हीं आरोपों का सोमवार(13 फरवरी) को जवाब दिया. चीनी फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन वांग वेनबिन ने कहा है कि ऐसी चीज़ें होती रहती हैं. यदि अमेरिका इसे गैरमामूली मानता है तो वह खुद भी यही काम करता है. क्योंकि पिछले साल से इस साल तक 10 बार चीन में घुसने वाले अमेरिकी बैलूनों ने हमारी सरकार से कोई अप्रूवल नहीं लिया था।
दूसरी ओर सोमवार को साफ़ कर दिया है कि व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका ने चीन में कभी भी कोई बैलून नहीं भेजा है। वहीं चीन लगातार इस बात पर ज़ोर दे रहा है कि अमेरिका ने अपने हवाई क्षेत्र में जो बैलून मार गिराया था, वो असल में सिविलियन पर्पज का बैलून था. इस बैलून का जासूसी से कोई ताल्लुक नहीं है. वांग ने आगे कहा- अगर आपको इस बारे में ज्यादा जानकारी चाहिए तो अमेरिका से सवाल करें चीन से नहीं.
गौरतलब है कि 5 फरवरी को अमेरिका के मोंटाना शहर में एक संदिग्ध बैलून मार गिराया गया था. ये बैलून 2 फरवरी को पहली बार नज़र आया था. बता दें, इस जगह पर अमेरिका एयरफोर्स का स्पेशल बेस है, जहां से इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल ऑपरेट की जाती है.अमेरिकी वायुसेना ने कैरोलिना तट के पास F-22 फाइटर जेट का इस्तेमाल कर इस कथित स्पाई बैलून को मार गिराया था. इसके नष्ट हो जाने के बाद बाइडेन ने अपने फाइटर पायलट्स को बधाईभी दी थी. इस बीच चीन ने सख्त ऐतराज जताया था। चीन ने कहा था कि बैलून तबाह करके अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है।
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