नई दिल्लीः जब से इस्राइल हमास युद्ध शुरू हुआ है, तब से ही फलस्तीनियों के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए यमन के हूती विद्रोही लाल सागर और अरब सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने का कार्य कर रहे हैं। हाल के वक्त में कई समुद्री जहाजों को हूती विद्रोहियों ने निशाना बनाया है। […]
नई दिल्लीः जब से इस्राइल हमास युद्ध शुरू हुआ है, तब से ही फलस्तीनियों के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए यमन के हूती विद्रोही लाल सागर और अरब सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने का कार्य कर रहे हैं। हाल के वक्त में कई समुद्री जहाजों को हूती विद्रोहियों ने निशाना बनाया है। अमेरिका की सेना ने जानकारी दी कि उन्होंने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के एक ड्रोन और एक एंटी शिप मिसाइल को तबाह कर दिया है।
यूएस सेंट्रल कमांड ने एक बयान जारी जानकारी दी कि यूएसएस मेसन ने एक ड्रोन और एक एंटी शिप बैलेस्टिक मिसाइल को दक्षिणी लाल सागर में तबाह कर दिया है। इन ड्रोन और मिसाइल को हूती विद्रोहियों द्वारा फायर किया गया था। हमले के समय इलाके में उपस्थित 18 जहाजों को कोई नुकसान नहीं पंहुचा। यूएस सेंट्रल कमांड ने कहा कि अक्तूबर के मध्य से हूती विद्रोहियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट पर यह 22वां हमला था। जिस रूट पर हूती विद्रोहियों ने हमला किया, वह एक ट्रांजिट रूट है और यहां से वैश्विक व्यापार का 12 प्रतिशत ट्रेड किया जाता है।
वैश्विक व्यापार के शिपिंग रूट पर हूती विद्रोहियों द्वारा लगातार हमले के चलते अमेरिका के नेतृत्व में लाल सागर और अरब सागर के इलाकों में बहुराष्ट्रीय नेवल टास्क फोर्स का गठन करने का कार्य किया है ताकि शिपिंग रूट की सुरक्षा अच्छे से की जा सके। भारत ने भी इन इलाकों में अपने पांच युद्धक जहाज तैनात किए हैं। साथ ही अमेरिका के वित्त विभाग ने गुरुवार को हूती विद्रोहियों को वित्तीय सहायता देने वाले नेटवर्क पर भी प्रतिबंधों कि घोषणा की है।
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