संयुक्त राष्ट्र: नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुधवार को रूस के खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव पास किया गया। ये प्रस्ताव चार यूक्रेनी क्षेत्रों पर रूसी कब्जे की निंदा करने के लिए पारित किया गया है। प्रस्ताव के पक्ष में कुल 143 देशों ने मतदान दिया, वहीं पांच देशों ने इसके खिलाफ मतदान किया, भारत […]
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुधवार को रूस के खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव पास किया गया। ये प्रस्ताव चार यूक्रेनी क्षेत्रों पर रूसी कब्जे की निंदा करने के लिए पारित किया गया है। प्रस्ताव के पक्ष में कुल 143 देशों ने मतदान दिया, वहीं पांच देशों ने इसके खिलाफ मतदान किया, भारत सहित 35 से अधिक देश इस प्रस्ताव से दूर रहे।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव के पास होने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि 143 राज्यों के आभारी हैं, जिन्होंने ऐतिहासिक यूएनजीए प्रस्ताव, यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता: संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के बचाव का समर्थन किया है। जेलेंस्की ने आगे कहा कि दुनिया ने आरएफ के विलय के प्रयास को मान्यता नहीं दी है।
Grateful to 143 states that supported historic #UNGA resolution "Territorial integrity of Ukraine: defending the principles of the UN Charter". The world had its say – RF’s attempt at annexation is worthless & will never be recognized by free nations. 🇺🇦 will return all its lands pic.twitter.com/FupYPfZz8M
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) October 12, 2022
बता दें कि इससे पहले सोमवार, 10 अक्टूबर को भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बड़ा झटका दिया था। रूस की गुप्त मतदान वाली मांग के खिलाफ वोट दिया था। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर अवैध कब्जे को लेकर रूस के खिलाफ एक मसौदा प्रस्ताव लाया गया। इस प्रस्ताव में खुले मतदान के जरिए रूस की निंदा करने की मांग की गई थी, जिसमें भारत ने इसके खिलाफ वोट डाला था।
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