डी कंपनी का सरगना और मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम अपने इकलौते बेटे की वजह से अवसाद में है. दाऊद के बेटे मोइन ने परिवार के कारोबार का त्याग कर एक मौलाना बनने का निर्णय लिया है. ठाणे के जबरन वसूली रोधी प्रकोष्ठ के प्रमुख और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने इसका खुलासा किया है.
मुंबईः डी कंपनी का सरगना और मोस्ट वांटेड अपराधी दाऊद इब्राहिम अपने इकलौते बेटे की वजह से डिप्रेशन में है. ठाणे के जबरन वसूली रोधी प्रकोष्ठ के प्रमुख प्रदीप शर्मा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि दाऊद का बेटा मोइन नवाज डी. कास्कर अपने पिता की अवैध गतिविधियों के खिलाफ है. जिसने पूरे परिवार को दुनिया भर में कुख्यात कर दिया है और हर जगह उन्हें भगोड़ा बना दिया है.’ मोइन ने परिवार के कारोबार का त्याग कर एक मौलाना बनने का निर्णय लिया है.
प्रदीप शर्मा ने बताया कि दाऊद के छोटे भाई इकबाल इब्राहिम कास्कर से पूछताछ के दौरान पता चला कि परिवार में अशांति को लेकर दाऊद अंदर से टूट गया है. इकबाल को ठाणे एईसी द्वारा पिछले सितंबर में जबरन वसूली के तीन मामलों में गिरफ्तार किया गया था. इकबाल कास्कर ने जांचकर्ताओं को बताया कि बेटे की वजह से परेशान दाऊद को पारिवारिक अशांति के कारण निराशा का सामना करना पड़ रहा है. वह परेशान है कि भविष्य में कौन उसके बिजनेस को संभालेगा, उसकी देखभाल करेगा.
दाऊद के लिए दूसरी चिंता की खबर उसके दूसरे भाई अनीस इब्राहिम कास्कर की बढ़ती उम्र है. खबर है कि उसका भी स्वास्थ्य ठीक नहीं है. दाऊद के अन्य भाइयों की मृत्यु हो चुकी है और साम्राज्य को संभालने के लिए कोई विश्वसनीय रिश्तेदार भी नहीं है. शर्मा ने कहा, ‘पिछले कुछ सालों से उसका बेटा परिवार और उसके सभी व्यवसायों से व्यावहारिक रूप से अलग हो गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या वह अपने पिता की जगह संभालेगा.’ इकबाल कास्कर ने जांचकर्ताओं से बताया कि उसका भतीजा मोइन अब एक सम्मानित और योग्य मौलाना है.
मौलाना को ‘हाफिज-ए-कुरान’ कहा जाता है, जिसने पवित्र कुरान को पूरा याद किया है. कुरान में 6,236 छंद शामिल होते हैं. इसके अलावा, मोइन ने कराची के पॉश सदर उपनगर में फैशनेबल क्लिफ्टन इलाके में स्थित परिवार के बंगले को त्याग दिया है और अपने घर के आस-पास एक मस्जिद में एक मौलाना की जिंदगी जीने का विकल्प चुना है. हालांकि उसकी पत्नी सानिया और उसके तीन नाबालिग बच्चों ने उसका साथ नहीं छोड़ा है और मस्जिद प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराए गए आवास में वह उसके साथ रहते हैं.