Israel Hamas War: यूएन महासभा में युद्धविराम प्रस्ताव पास, भारत सहित 153 देशों ने किया समर्थन

नई दिल्ली। इस्राइल-हमास संघर्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपात बैठक में गाजा में तुरंत युद्धविराम के लिए पेश किया गया प्रस्ताव पास हो गया है। भारत सहित 153 देशों ने गाजा में युद्धविराम के पक्ष में वोटिंग की। 10 सदस्यों ने इसका विरोध किया, वहीं 23 सदस्य अनुपस्थित रहे। युद्धविराम प्रस्ताव के खिलाफ […]

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Israel Hamas War: यूएन महासभा में युद्धविराम प्रस्ताव पास, भारत सहित 153 देशों ने किया समर्थन

Arpit Shukla

  • December 13, 2023 8:30 am Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली। इस्राइल-हमास संघर्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपात बैठक में गाजा में तुरंत युद्धविराम के लिए पेश किया गया प्रस्ताव पास हो गया है। भारत सहित 153 देशों ने गाजा में युद्धविराम के पक्ष में वोटिंग की। 10 सदस्यों ने इसका विरोध किया, वहीं 23 सदस्य अनुपस्थित रहे। युद्धविराम प्रस्ताव के खिलाफ वोटिंग करने वाले देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक, इस्राइल, ग्वाटेमाला, लाइबेरिया, माइक्रोनेशिया, नाउरू, पापुआ न्यू गिनी और परागुआ शामिल हैं।

मिस्र ने पेश किया प्रस्ताव

इससे पहले, मिस्र के राजदूत अब्देल खालेक महमूद ने गाजा में युद्धविराम को लेकर यूएन महासभा में प्रस्ताव पेश किया। मिस्र ने अपने इस प्रस्ताव में पिछले सप्ताह सुरक्षा परिषद में युद्धविराम के आह्वान पर अमेरिका के वीटो की निंदा भी की। महमूद ने आगे कहा कि युद्धविराम के आह्वान में यह प्रस्ताव बहुत स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह मानवीय आधार पर युद्धविराम मसौदा प्रस्ताव के खिलाफ वीटो का गलत इस्तेमाल किया गया था, जबकि इसे 100 से अधिक सदस्य देशों ने समर्थन दिया था।

भारत का पक्ष

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने इस प्रस्ताव पर कहा कि भारत ने यूएन महासभा द्वारा अपनाए गए प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग की है। उन्होंने आगे कहा कि महासभा में जिस स्थिति पर विचार-विमर्श हो रहा है, उसके कई आयाम हैं। उन्होंने कहा कि सात अक्तूबर को इस्राइल पर आतंकवादी हमला हुआ और कई लोगों को बंधक बना लिया गया, जो चिंता की बात है। उन्होंने आगे कहा कि गाजा में बहुत बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है। बड़े पैमाने पर नागरिकों की जान गई हैं, जिनमें अधिकांश महिलाएं और छोटे बच्चे शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में क्षेत्र के सामने मौजूद कई चुनौतियों के समाधान के लिए साझा प्रयास के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकता का स्वागत करता है।

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