Ukraine Invasion: नई दिल्ली, रूसी सेना लगातार पिछले 10 दिनों से यूक्रेन के शहरों और गांवो पर बम बरसा रही है. राजधानी कीव से लेकर सुदूर दक्षिण बॉर्डर तक वो यूक्रेन के हर क्षेत्र में अपने भारी भरकम सैन्य काफिले के साथ उपस्थिती दर्ज करवा रही है. इसी बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा […]
नई दिल्ली, रूसी सेना लगातार पिछले 10 दिनों से यूक्रेन के शहरों और गांवो पर बम बरसा रही है. राजधानी कीव से लेकर सुदूर दक्षिण बॉर्डर तक वो यूक्रेन के हर क्षेत्र में अपने भारी भरकम सैन्य काफिले के साथ उपस्थिती दर्ज करवा रही है. इसी बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा (Dmytro Kuleba) ने ट्वीट कर यूरोपीय देशों के साथ भारत, चीन और नीइजीरिया से एक भावुक अपील करते हुए मदद की मांग की है.
दमित्रो ने सभी यूरोपीय देशों से आग्रह करते हुए कहा कि अब कार्रवाई का समय आ गया है. अब आप तटस्थ नहीं रह सकते है. विदेश मंत्री ने आगे कहा कि यूरोपीय देश अपने बंदरगाह पर किसी भी रूसी जहाज के आने पर रोक लगा दे. चीन, भारत और नाइजीरिया रूस को हमला बंद करने के लिए कहे. जिससे नागरिकों की सुरक्षित निकासी हो सके।
दमित्रो कुलेबा ने भारत सरकार से अपील करते हुए कहा कि वो भारत में मौजूद रूसी दूतावास पर युद्ध खत्म करने का दबाव बनाए. दमित्रो ने कहा कि यूक्रेन ये युद्ध इस लिए लड़ रहा है क्योंकि रूस ने हम पर हमला किया है. हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे है. विदेश मंत्री ने भारत के सहयोगी देशों से आग्रह करते हुए कहा कि वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहे कि वो (मोदी) पुतिन से बात करे और उनको युद्ध से होने वाले नुकसान के बारे में समझाए।
विदेश मंत्री कुलेबा ने एक और ट्वीट में कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन को अपना फैसला लेने के लिए अकेला छोड़ दे. वे ये युद्ध कभी नहीं जीत पाएंगे. कुलेबा ने रूस के आम लोगों की बात करते हुए कहा कि यह युद्ध रूसियों के भी जीवन को बचाने का है. रूस के लोगों की इस युद्ध में जरा भी दिलचस्पी नहीं है. 113 कंपनियो की सराहना करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होने रूस में अपना काम बंद करके साहसिक काम किया है।