नई दिल्ली. बीते नौ महीने से रूस और यूक्रेन का युद्ध जारी है, दोनों में से कोई भी देश पीछे नहीं हट रहा है. इसी बीच रूसी सेना ने एक बड़ा कदम उठाया है, जिसके चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि पुतिन की सेना युद्ध हार रही है. दरअसल, बुधवार को रूस ने अपनी […]
नई दिल्ली. बीते नौ महीने से रूस और यूक्रेन का युद्ध जारी है, दोनों में से कोई भी देश पीछे नहीं हट रहा है. इसी बीच रूसी सेना ने एक बड़ा कदम उठाया है, जिसके चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि पुतिन की सेना युद्ध हार रही है. दरअसल, बुधवार को रूस ने अपनी सेना को यूक्रेन के सबसे बड़े शहर खेरसॉन से पीछे हटने का आदेश दे दिया, खुद रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी है, इस संबंध में उन्होंने कहा कि रूस ने सैनिकों को दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन शहर से हटने का आदेश दिया है, वैसे इस इलाके पर यूक्रेनी सेना हफ्तों से आगे बढ़ रही है जिससे रूसी सेना को अब पीछे हटने को मजबूर हो गई है, बता दें कि खेरसान क्षेत्र यूक्रेन के चार प्रांतों में से एक है जिसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अवैध रूप से कब्जा लिया था और फिर बाद में यहाँ रूसी मार्शल कानून लागू कर दिया था.’
इस मामले में शोइगु ने यूक्रेन में रूस के कमांडर सर्गेई सुरोविकिन के साथ एक बैठक के दौरान कहा, “सैनिकों को यहाँ से बाहर निकालना शुरू करें.” उन्होंने कहा कि उन्होंने खेरसॉन से सैनिकों को वापस निकालने और नीपर नदी के बाएं किनारे पर सुरक्षा व्यस्था स्थापित करने का मुश्किल फैसला लिया है.
रूस और यूक्रेन युद्ध को आठ महीने से ज्यादा हो गए हैं, कोई भी पक्ष हार मानने या पीछे हटने को तैयार नहीं है. इसी कड़ी में, बुधवार को यूक्रेन के गांवों व कस्बों में भीषण लड़ाई व गोलाबारी देखने को मिली,इस समय दोनों ही सेनाओं पर विभिन्न मोर्चों पर आगे बढ़ने का दबाव है. इस संबंध में यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि 24 घंटे में कम से कम नौ आम नागरिक मारे गए और 24 अन्य जख्मी हो गए. उसने रूस पर देश के दक्षिण-पूर्व में आठ क्षेत्रों पर हमला करने के लिए विस्फोटक ड्रोन, रॉकेट, भारी तोपखाने और विमानों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.
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