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यूक्रेन को तबाह करने की तैयारी, कीव से लेकर वाशिंगटन तक मच सकती है खलबली, पुतिन ने चला दांव

क्रेन के साथ चल रहे युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रवैया हर दिन सख्त होता जा रहा है। अब पुतिन ने बेलारूस के साथ मिलकर 'ऑपरेशन एपोकैलिप्स' तैयार किया है, जिसे यूक्रेन तो छोड़िए कई पश्चिमी देशों की बर्बादी का ब्लूप्रिंट बताया जा रहा है। दरअसल, पुतिन ने बेलारूस के साथ एक ऐसा समझौता किया है, जिससे यूक्रेन के साथ-साथ अमेरिका और 32 नाटो देशों की धड़कनें तेज हो गई हैं। आइए जानते हैं क्या है पुतिन का 'ऑपरेशन एपोकैलिप्स'?

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Ukraine destroy Preparations may cause panic from Kiev to Washington, Putin made a bet
  • December 7, 2024 9:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रवैया हर दिन सख्त होता जा रहा है। अब पुतिन ने बेलारूस के साथ मिलकर ‘ऑपरेशन एपोकैलिप्स’ तैयार किया है, जिसे यूक्रेन तो छोड़िए कई पश्चिमी देशों की बर्बादी का ब्लूप्रिंट बताया जा रहा है। दरअसल, पुतिन ने बेलारूस के साथ एक ऐसा समझौता किया है, जिससे यूक्रेन के साथ-साथ अमेरिका और 32 नाटो देशों की धड़कनें तेज हो गई हैं। आइए जानते हैं क्या है पुतिन का ‘ऑपरेशन एपोकैलिप्स’?

 

यूक्रेन पर लॉन्च किया था

 

अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपनी नई और बेहद खतरनाक हाइपरसोनिक मिसाइल ओरेशनिक को बिना वॉरहेड के यूक्रेन पर लॉन्च किया था, जिससे कीव से लेकर वाशिंगटन तक हड़कंप मच गया था। अब इस मिसाइल के जरिए पुतिन ने न सिर्फ यूक्रेन बल्कि यूरोप में मौजूद 44 नाटो ठिकानों को रडार पर ले लिया है। अब इस मिसाइल के जरिए पुतिन ने न सिर्फ यूक्रेन बल्कि यूरोप में मौजूद 44 नाटो ठिकानों को रडार पर ले लिया है। ऐसा रूस और बेलारूस के बीच हुए अहम सुरक्षा समझौते के तहत संभव होगा.

 

समझौते पर हस्ताक्षर किए

 

इसके तहत रूस अपने परमाणु हथियारों और उनसे लैस एरेश्निक हाइपरसोनिक मिसाइलों को बेलारूस में तैनात कर सकेगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने शुक्रवार को इस सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए. ओरेशनिक मिसाइल की ताकत को देखते हुए बेलारूस के साथ हुआ सुरक्षा समझौता यूक्रेन और नाटो देशों के लिए एक गंभीर चेतावनी माना जा रहा है।

 

 

रूस और बेलारूस के बीच नए सुरक्षा समझौते से दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग मजबूत होगा। रूस के परमाणु सिद्धांत में हालिया संशोधन के बाद यह समझौता हुआ है. इस संशोधन ने बेलारूस को पहली बार रूसी परमाणु सुरक्षा के दायरे में ला दिया है।

 

हथियारों का इस्तेमाल कर सकता

 

इसका मतलब यह है कि अगर बेलारूस पर हमला हुआ तो रूस अपनी परमाणु शक्ति का इस्तेमाल कर सकता है। यह समझौता लुकाशेंको को बेलारूस में तैनात रूसी सामरिक परमाणु हथियारों के संभावित उपयोग पर एक हद तक नियंत्रण भी देता है। जरूरत पड़ने पर बेलारूस रूस के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है.

इस समझौते के बाद पुतिन ने कहा कि यह संधि रूस और बेलारूस की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, रूस बहुत जल्द अपनी परमाणु-सक्षम हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल ओरेशनिक को बेलारूस में तैनात कर सकता है। मुझे लगता है कि यह अगले साल की दूसरी छमाही में संभव होगा, क्योंकि रूस में इस मिसाइल का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो चुका है.

 

दरवाजे तक पहुंच गए

 

बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती का मतलब है कि वे नाटो के दरवाजे तक पहुंच गए हैं। बेलारूस में हाइपरसोनिक मिसाइल ओरेशनिक की तैनाती का मतलब है कि 16 यूरोपीय देशों में 44 नाटो अड्डे, जिनमें से कुछ बहुत महत्वपूर्ण हैं, रूस के निशाने पर हैं। , अगर अमेरिका या यूक्रेन उसकी सीमा लांघेंगे तो रूस उन्हें सबक सिखाने से नहीं हिचकिचाएगा। वह अपने विनाशकारी हथियारों की बौछार कर देगा, जो केवल विनाश का कारण बनेगा।

 

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