क्रेन के साथ चल रहे युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रवैया हर दिन सख्त होता जा रहा है। अब पुतिन ने बेलारूस के साथ मिलकर 'ऑपरेशन एपोकैलिप्स' तैयार किया है, जिसे यूक्रेन तो छोड़िए कई पश्चिमी देशों की बर्बादी का ब्लूप्रिंट बताया जा रहा है। दरअसल, पुतिन ने बेलारूस के साथ एक ऐसा समझौता किया है, जिससे यूक्रेन के साथ-साथ अमेरिका और 32 नाटो देशों की धड़कनें तेज हो गई हैं। आइए जानते हैं क्या है पुतिन का 'ऑपरेशन एपोकैलिप्स'?
नई दिल्ली: यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रवैया हर दिन सख्त होता जा रहा है। अब पुतिन ने बेलारूस के साथ मिलकर ‘ऑपरेशन एपोकैलिप्स’ तैयार किया है, जिसे यूक्रेन तो छोड़िए कई पश्चिमी देशों की बर्बादी का ब्लूप्रिंट बताया जा रहा है। दरअसल, पुतिन ने बेलारूस के साथ एक ऐसा समझौता किया है, जिससे यूक्रेन के साथ-साथ अमेरिका और 32 नाटो देशों की धड़कनें तेज हो गई हैं। आइए जानते हैं क्या है पुतिन का ‘ऑपरेशन एपोकैलिप्स’?
अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपनी नई और बेहद खतरनाक हाइपरसोनिक मिसाइल ओरेशनिक को बिना वॉरहेड के यूक्रेन पर लॉन्च किया था, जिससे कीव से लेकर वाशिंगटन तक हड़कंप मच गया था। अब इस मिसाइल के जरिए पुतिन ने न सिर्फ यूक्रेन बल्कि यूरोप में मौजूद 44 नाटो ठिकानों को रडार पर ले लिया है। अब इस मिसाइल के जरिए पुतिन ने न सिर्फ यूक्रेन बल्कि यूरोप में मौजूद 44 नाटो ठिकानों को रडार पर ले लिया है। ऐसा रूस और बेलारूस के बीच हुए अहम सुरक्षा समझौते के तहत संभव होगा.
इसके तहत रूस अपने परमाणु हथियारों और उनसे लैस एरेश्निक हाइपरसोनिक मिसाइलों को बेलारूस में तैनात कर सकेगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने शुक्रवार को इस सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए. ओरेशनिक मिसाइल की ताकत को देखते हुए बेलारूस के साथ हुआ सुरक्षा समझौता यूक्रेन और नाटो देशों के लिए एक गंभीर चेतावनी माना जा रहा है।
🇷🇺”PUTIN SAYS BELARUS COULD HOST ORESHNIK MISSILE IN 2025”
Russia could deploy its nuclear-capable hypersonic ballistic missile Oreshnik in Belarus late next year, President Vladimir Putin said Friday.
Putin:
“It will become possible, I think, in the second half of next year,… pic.twitter.com/IojMhu3mqp
— WORLD AT WAR (@World_At_War_6) December 6, 2024
रूस और बेलारूस के बीच नए सुरक्षा समझौते से दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग मजबूत होगा। रूस के परमाणु सिद्धांत में हालिया संशोधन के बाद यह समझौता हुआ है. इस संशोधन ने बेलारूस को पहली बार रूसी परमाणु सुरक्षा के दायरे में ला दिया है।
इसका मतलब यह है कि अगर बेलारूस पर हमला हुआ तो रूस अपनी परमाणु शक्ति का इस्तेमाल कर सकता है। यह समझौता लुकाशेंको को बेलारूस में तैनात रूसी सामरिक परमाणु हथियारों के संभावित उपयोग पर एक हद तक नियंत्रण भी देता है। जरूरत पड़ने पर बेलारूस रूस के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है.
इस समझौते के बाद पुतिन ने कहा कि यह संधि रूस और बेलारूस की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, रूस बहुत जल्द अपनी परमाणु-सक्षम हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल ओरेशनिक को बेलारूस में तैनात कर सकता है। मुझे लगता है कि यह अगले साल की दूसरी छमाही में संभव होगा, क्योंकि रूस में इस मिसाइल का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो चुका है.
बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती का मतलब है कि वे नाटो के दरवाजे तक पहुंच गए हैं। बेलारूस में हाइपरसोनिक मिसाइल ओरेशनिक की तैनाती का मतलब है कि 16 यूरोपीय देशों में 44 नाटो अड्डे, जिनमें से कुछ बहुत महत्वपूर्ण हैं, रूस के निशाने पर हैं। , अगर अमेरिका या यूक्रेन उसकी सीमा लांघेंगे तो रूस उन्हें सबक सिखाने से नहीं हिचकिचाएगा। वह अपने विनाशकारी हथियारों की बौछार कर देगा, जो केवल विनाश का कारण बनेगा।
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