Ukraine Crisis: नई दिल्ली, शुक्रवार को फिर से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) को लेकर वोटिंग हुई, पहले की ही तरह इस बार भी इस वोटिंग में भारत ने हिस्सा नहीं लिया. बता दें संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में मानवाधिकारों के उल्लंघन की जांच करने को लेकर वोटिंग हुई […]
नई दिल्ली, शुक्रवार को फिर से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) को लेकर वोटिंग हुई, पहले की ही तरह इस बार भी इस वोटिंग में भारत ने हिस्सा नहीं लिया. बता दें संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में मानवाधिकारों के उल्लंघन की जांच करने को लेकर वोटिंग हुई थी. बता दें रूस के खिलाफ इस प्रस्ताव पर इस बार भी भारत ने हिस्सा नहीं लिया है.
यूक्रेन पर किए जा रहे रूसी हमलों पर संयुक्त राष्ट्र (United Nations) लगातार अपनी चिंता जाहिर कर रहा है. ऐसे में, अमेरिका और यूरोपीय देश UN के जरिए रूस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भारत ने UN में अब तक इस मसले पर अपनी स्थिति को एक बार फिर तटस्थ बनाए रखा है. इससे पहले भी भारत (India) ने दोनों देशों से जंग खत्म कर बातचीत करने की बात रखी थी.
1 मार्च को भी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (United Nations Human Rights Council) में यूक्रेन के मसले पर तत्काल बैठक बुलाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया गया था लेकिन इस पर भी तटस्थ रुख अपनाते हुए भारत ने वोट ना करने का फैसला लिया था जबकि बैठक बुलाने के पक्ष में 29 देशों ने वोट किया. वहीं, 5 देशों ने इस प्रस्ताव का विरोध भी किया. इसके साथ ही भारत समेत 13 देशों ने तटस्थ रुख अपनाते हुए वोटिंग से दूरी बनाई.
बता दें इससे पहले अमेरिका ने भारत के संतुलित रुख पर कहा था कि वो संयुक्त राष्ट्र परिषद में वोट करने के लिए भारत को मना रहा है.