नई दिल्ली। मैनचेस्टर विश्वविद्यालय वर्तमान में अपने नेटवर्क पर अनाधिकृत गतिविधि का पता चलने के बाद साइबर सुरक्षा अब इस मामले को हल करने में लग गयी है। विश्वविद्यालय ने एक जांच शुरू कर दी है। यह घटना ब्रिटिश एयरवेज और बूट्स सहित कई वैश्विक कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को साइबर हमले के बारे में चेतावनी देने के बाद आई है, जिसने व्यक्तिगत जानकारी से समझौता किया है। द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हैक के रूसी भाषी साइबर क्राइम गिरोह क्लॉप से जुड़े होने का संदेह है।
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