मलेशिया में लेस्बियन सेक्स के लिए 22 और 32 साल की महिलाओं को शरिया कोर्ट में कोड़े मारने की सजा दी गई. जिस पर एम्नेस्टी इंटरनेशनल ने विरोध किया है उन्होंने इस सजा को क्रूर और अन्यायपूर्ण बताते हुए बंद करने का अनुरोध किया.
कुयालालंपुरः मलेशिया में दो लड़कियों को लेस्बियन सेक्स के लिए कोड़े मारने की सजा सुनाई गई क्योंकि वहां के मुताबिक इस तरह के रिलेशन इस्लामिक कानूनों के खिलाफ हैं. इस क्रूर और अन्यायपूर्ण सजा को खत्म करने के लिए एम्नेस्टी इंटरनेशनल ने अनुरोध किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शरिया अदालत ने महीने की शुरुआत में लेस्बियन सेक्स के दोषी 22 और 32 वर्षीय दो अज्ञात महिलाओं को बेंत मारने और अर्थ दंड की सजा सुनाई. मलेशिया में इस तरह का पहला मामला नहीं यहां लेस्बिन कपल को इसी तरह की सजा दी जाती है जिसका एम्नेस्टी इंटरनेशनल ने विरोध किया है.
एक व्हाइट ड्रेस में सर पर बुर्का ओढ़े महिलाओं को छह कोड़े मारने की सजा सुनाई गई जिसमें से एक महिला अपने आंसू नहीं रोक पाई औप फफक कर रो पड़ी. लोगों का कहना है कि ये मलेशिया में पहला मामला है जिसमें महिलाओं को शरिया कानून तोड़ने और लेस्बियन सेक्स की सजा मिली है. इस सजा से देश में होमोसक्सुअल या गे पुरुषों के बीच भी भय का माहौल है.
आपको बता दें कि 22 और 32 साल की महिलाओं को अप्रैल में इस्लामिक इंफोर्समेंट ऑफिसर्स ने पब्लिक प्लेस में कार में आपत्तिजनक हालत में पकड़ा था जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. महिलाएं नॉर्दर्न स्टेट ऑफ तेरेंग्गनू से गिरफ्तार हुईं थीं जो देश के सबसे भीड़-भाड़ वाली जगहों में से एक हैं. इन दोनों के शरियो कोर्ट में लेस्बियन सेक्स के लिए शरिया हाईकोर्ट ने कोड़े मारने की सजा सुनाई थी.
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