नई दिल्ली: तुर्की के विनाशकारी भूकंप ने अब तक 15 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली है. एक अनुमान के मुताबिक़ इस भारी तबाही में 20 हजार से अधिक लोगों की जान जाने की आशंका है. WHO की रिपोर्ट बताती है कि इस भूकंप में अब तक 2.5 करोड़ की आबादी प्रभावित हो […]
नई दिल्ली: तुर्की के विनाशकारी भूकंप ने अब तक 15 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली है. एक अनुमान के मुताबिक़ इस भारी तबाही में 20 हजार से अधिक लोगों की जान जाने की आशंका है. WHO की रिपोर्ट बताती है कि इस भूकंप में अब तक 2.5 करोड़ की आबादी प्रभावित हो चुकी है. तुर्की में इस समय बड़े-बड़े शहर मलबे के ढेर में तब्दील हो गए हैं.
इस समय कई भयानक तस्वीरें भी सामने आ रही हैं जो इस विनाशकारी भूकंप से हुई तबाही को दिखा रही हैं. खंडर बस्तियां, अस्त-व्यस्त लोग, हर ओर तबाही का मंजर इन तस्वीरों में साफ़ देखा जा सकता है. सैटेलाइट से हासिल कुछ तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. जिसमें पूरे देश में मचे हाहाकार को एक दूरी से दिखाई दे रहा है. तस्वीरों से साफ़ है कि भूकंप के कारण दक्षिणी हिस्से के अन्ताक्या और काहरामनमारस सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं. ढेरों ऊंची-ऊंची इमारतें भी जमीनदोज हो चुकी हैं. इस भारी तबाही को देखने के बाद आपका भी दिल दहल उठेगा.
तस्वीरों में खुले इलाकों और स्टेडियमों में सैकड़ों एमरजेंसी शेल्टर बने हुए दिखाई दे रहे हैं. राहत कार्यों में तेजी आ सके इसलिए ये शेल्टर बनाए गए हैं. 20 लाख की आबादी वाले ग़ाज़ियानटेप शहर जो इस भूकंप से सबसे ज़्यादा अप्रभावित है. उसकी तसवीरें भी डरा देने वाली हैं. बता दें, यहां आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.8 थी. इतना ही नहीं इसके बाद 7.5 तीव्रता वाला एक और भूकंप आया. फिर कई छोटे-छोटे भूकंप भी महसूस किए गए. जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ डेनमार्क एंड ग्रीनलैंड ने बताया कि ये झटके इतने ज़ोरदार थे कि इन्हें ग्रीनलैंड तक भी महसूस किया गया.
6 फरवरी को तुर्की में आए भयानक भूकंप के कारण मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां पर अब भूकंप से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 19 हजार पहुंच गई है। वही दूसरी तरफ भारत ऑपरेशन दोस्त के तहत लगातार इस संकटग्रस्त देश की मदद में जुटा हुआ है। दरअसल भारतीय वायुसेना ने तुर्की को मदद के लिए अपना छठा विमान भेजा है। इस विमान में कई तरह के राहत सामग्री रखे गए हैं।
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