Tulsi Gabbard Welcomes PM Modi To US: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों के लिए पहली भारतीय मूल की महिला तुलसी गबार्ड ने पीएम मोदी की यात्रा से पहले नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उन्होंने कहा- मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की यात्रा पर उनका हार्दिक स्वागत करना चाहती हूं. मुझे खेद है कि पहले से निर्धारित राष्ट्रपति चुनाव प्रचार कार्यक्रम की वजह से मैं वह शामिल नहीं हो पाऊंगी. आपको बता दें हाउडी मोदी कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अमेरिकी सरकार के कई बड़े अधिकारी, जिनमें गवर्नर, कांग्रेस के सदस्य और मेयर भी शामिल होंगे.
नई दिल्ली. अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाउडी कार्यक्रम मंच के लिए पूरी तरह से तैयार. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी 50 हजार से भी ज्यादा भारतीय समुदाय लोगों को संबोधित करेंगे. अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों के लिए पहली भारतीय मूल की महिला तुलसी गबार्ड ने पीएम मोदी की यात्रा से पहले नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया है. गबार्ड ने कहा- नमस्ते! मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की यात्रा पर उनका हार्दिक स्वागत करना चाहती हूं. लेकिन पहले से निर्धारित राष्ट्रपति चुनाव प्रचार कार्यक्रम की वजह से मैं वह शामिल नहीं हो पाऊंगी. तुलसी गबार्ड ने आगे कहा- मैं बहुत खुश हूं. हमारे देश से बहुत सारे भारतीय-अमेरिकियों के साथ-साथ कांग्रेस के सहयोगी भी वहां आ रहे हैं
तुलसी गबार्ड ने कहा कि भारती दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा लोकतंत्र है और संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण सहयोगियों में से एक है. उन्होंने आगे कहा कि अगर हम अपने देशों और पूरी दुनिया जैसे जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने, परमाणु युद्ध और परमाणु प्रसार को रोकने और आर्थिक स्थिति सुधार कर रहे हैं तो हम एकजुट राज्यों और भारत को मिलकर इस पर साथ काम करना चाहिए. आपको बता दें हाउडी मोदी कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अमेरिकी सरकार के कई बड़े अधिकारी, जिनमें गवर्नर, कांग्रेस के सदस्य और मेयर भी शामिल होंगे.
भारतीय मूल के अमेरिकीयों में तुलसी गेबार्ड पहले से ही लोकप्रिय हैं. तुलसी गबार्ड अमेरिता ते 50वें राज्य हवाई से लगाता जीत दर्ज करती आ रही हैं. वे 2020 में राष्ट्रपति पद की प्रबल दावेदार हो सकती हैं. हिंदु धर्म की अनुयायी तुलसी हमेशा से सुर्खियों में रही हैं. सांसद बनने के बाद तुलसी पहली सांसद थीं जिन्होंने भगवत गीता हाथ में पकड़ कर शपथ ली थी.