लाल सागर में हूती विद्रोहियों द्वारा लगातार व्यावसायिक जहाजों को निशाना बनाए जाने से नाराज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी कार्रवाई की है. यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ व्यापक सैन्य कार्रवाई की गई है जिसमें 19 विद्रोही मारे गये हैं. ट्रंप ने चेतावनी दी है कि विद्रोहियों ने हमले बंद नहीं किये उनकी जिंदगी नरक से भी बदतर बना देंगे.
लाल सागर में हूती विद्रोहियों द्वारा लगातार व्यावसायिक जहाजों को निशाना बनाए जाने से नाराज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बड़ी कार्रवाई की है. यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ व्यापक सैन्य कार्रवाई की गई है जिसमें 19 लोग मारे गये हैं. ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर हूती विद्रोही हमले जारी रखते हैं, तो उनकी स्थिति नरक से भी बदतर कर देंगे. ट्रंप ने ईरान को भी धमकाया है और कहा है कि वह तुरंत हूतियों का समर्थन बंद करे नहीं तो अंजाम बुरा होगा.
बताया जा रहा है कि यमन की राजधानी साना में अमेरिकी हमलों में 13 नागरिक मारे गये हैं जबकि 9 लोग घायल हो गये हैं. यमन के उत्तरी प्रांत सादा में हुए एक अन्य अमेरिकी हमले में छह लोगों की जान गई, जिनमें चार बच्चे और एक महिला शामिल है. इस हमले में भी 11 लोग घायल भी हुए हैं. साना के निवासियों ने बताया है कि एक हूती ठिकाने को निशाना बनाया गया, जिससे इतने जोरदार धमाके हुए कि पूरा मोहल्ला हिल गया. वहां अफरातफरी का माहौल है. हूतियों की भी प्रतिक्रिया आई है जिसमें कहा है कि उनकी सेना जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है.
ट्रंप की नाराजगी का सबसे बड़ा कारण हूतियों द्वारा शीपिंग पर लगातार किये जा रहे हमले हैं. इससे व्यापार को भारी नुकसान हो रहा है. हूतियों ने नवंबर 2023 से अब तक शिपिंग पर 100 से अधिक हमले किये हैं. हूती इन हमलो से गाजा में हमास-इजराइल युद्ध में फिलिस्तीनियों के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि अमेरिका ने पहली बार ऐसी कार्रवाई की है. पिछले राष्ट्रपति जो बाइडन ने हूतियों की शिपिंग हमलों की क्षमता को कमजोर करने के लिए सीमित कार्रवाई की थी. ट्रंप ने अब अधिक आक्रामक रुख अपनाने को मंजूरी दी है. ट्रंप हूतियों के सफाये के मूड में हैं, यह बात अलग है कि ये काम इतना आसान नहीं है.
हूती एक सशस्त्र आंदोलन चला रहे हैं और पिछले दशक में यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था. विद्रोहियों ने नवंबर 2023 से शिपिंग को निशाना बनाकर 100 से अधिक हमले किए हैं जिससे वैश्विक वाणिज्य बुरी तरह बाधित हुआ है. इन्हें ईरान का समर्थन प्राप्त है लिहाजा संसाधन और सहायता मिलती रहती है. हूती विद्रोही यमन का एक शिया मिलिशिया ग्रुप है जिसका गठन 1990 में हुसैन अल हूती ने किया था. हूतियों ने यमन के तत्कालीन राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर आंदोलन की शुरुआत की थी. वे खुद को ‘अंसार अल्लाह’ यानी ईश्वर के साथी भी कहते हैं.
यमन के उत्तरी क्षेत्र में शिया मुस्लिमों का यह सबसे बड़ा आदिवासी संगठन है. अपना नाम हुसैन अल-हूती के नाम पर रखा है, जो उनके आंदोलन के संस्थापक थे. ये यमन में शिया ज़ैदी समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं, जो यमन के उत्तरी क्षेत्र में एक अल्पसंख्यक समुदाय है. ये विद्रोही इजराइल और अमेरिका को अपना दुश्मन मानते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई करते रहते हैं. हूती विद्रोही यमन में अपना प्रभाव बढ़ाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं और वे लाल सागर में जहाजों पर हमले कर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते रहते हैं.
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