लॉंस एंजिलिस: महिलाओं के साथ दिन पर दिन बढ़ते यौन उत्पीड़न के मामलों को देखते हुए हॉलीवुड की पावरफुल महिलाओं ने मिलकर एक नए अभियान की शुरुआत की है. यौन उत्पीड़न के खिलाफ शुरू किए गए इस अभियान में हॉलीवुड की 300 प्रमुख अभिनेत्रियों, महिला एजेंटों, लेखिकाओं, निर्देशकों के अलावा कई फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर्स और एंटरटेंमेंट की दुनिया की कई अधिकारी भी मौजूद है. यह अभियान हालीवुड में यौन उत्पीड़न की यातना झेल रही महिलाओं की आवाज बुंलद करने को लेकर एक अनोखी पहल है. बता दें कि हॉलीवुड के निर्माता-निर्देशक हार्वी वाइंस्टाइन से जुड़े यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद शुरू हुई साइलेंस ब्रेकर कैंपेन #MeToo से जोड़ते हुए इस अभियान की शुरुआत की गई है.
इस अभियान के तहत ये महिलाएं पुरुषों द्वारा किए जा रहे यौन शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रही हैं. इस अभियान का नाम है Time’s Up (टाइम्स अप). इस अभियान की शुरुआत 1st जनवरी यानि सोमवार से की गई है. इस अभियान के संस्थापक सदस्यों में हॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस फेरेरा, नेटली पोर्टमैन, राशिदा जोन्स, एमा स्टोन, एशले जड, ईवा लोंगोरिया, केरी वाशिंगटन, और रीज़ विदरस्पून आदि शामिल हैं. इतनी ही नहीं Time’s Up अभियान को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स अख़बार में एक पन्ने का विज्ञापन देकर इस अभियान के बारे में जानकारी दी गई है. इसके अलावा इस विज्ञापन के साथ एक लेटर भी छापा गया है. इस लेटर में Time’s Up अभियान की पहल का जिक्र करते हुए उसके बारे में बताया गया है. साथ ही इस लेटर पर 300 से भी ज्यादा महिलाओं के अभियान के समर्थन में हस्ताक्षर हैं.
Time’s Up अभियान के पहल में शामिल हैं
इस लेटर में बताया गया है कि ‘टाइम अप’ में राष्ट्रीय महिला कानून केंद्र द्वारा रखे गए और रख-रखाव के लिए एक कानूनी रक्षा निधि भी स्थापित की है, जो उन लोगों के लिए सब्सिडी वाले कानूनी समर्थन प्रदान करती हैं जिन्होंने कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न, हमले या दुरुपयोग का अनुभव किया है. टाइम्स के अनुसार, फंड दान में 13 मिलियन डॉलर का समर्थन किया गया है जो कि इस रकम का इस्तेमाल काम की जगह उत्पीड़न का शिकार हुए महिलाओं और पुरुषों की कानूनी मदद के लिए होगा. इसके अलावा इस अभियान का बुनियादी मकसद खेती या फिर फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों, केयरटेकर और वेटर का काम करने वालों की मदद करने के लिए आगे रहना है, जिनके पास अपना बचाव करने के लिए धन नहीं होता है. इसके अलावा इस अभियान के तहत उन कंपनियों को दंड़ित करने के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी जो निरंतर यौन उत्पीड़न करते हुए पीड़ितों को चुप्पी साधने के लिए मजबूत कर देती है.
समूह के सदस्यों का कहना है कि ‘टाइम्स अप’ स्टूडियो और प्रतिभा एजेंसियों में लैंगिक समानता तक पहुंचने के लिए एक अभियान जो कि अब आगे बढ़ना शुरू कर चुका है. समूह के सदस्यों का कहना है ऐसी असमानता ऐसे वातावरण को बढ़ावा देती है जो दुर्व्यवहार और उत्पीड़न के लिए तैयार होती है, जिसे अब अनदेखा नहीं किया जा सकता है. इसके अलावा ‘टाइम्स अप’ अभियान के तहत यौन उत्पीड़न के खिलाफ गोल्डन दुनिया के रेड कार्पेट पर चलने वाली महिलाओं को इसके खिलाफ आवाज उठाने की अपील की गई है साथ ही यौन उत्पीड़न के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की अपील करते हुए ब्लैक रंग पहनने की को कहा है.
तलाक की कार्यवाही के दौरान पत्नी को अपना लाइफस्टाइल बनाए रखने का अधिकार है. बेंच…
शाहजहाँपुर पुलिस ने बहुचर्चित रामसेवक हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। जमीन के लालच में…
यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में भाजपा को बढ़त दिख रही…
झारखंड में मतदान के बाद न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल्स आ गए हैं. इन पोल्स…
क्रिकेट जगत में इन दिनों सबसे चर्चित विषय बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT) है। 5 मैचों…
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग खत्म होने के बाद न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल…