नई दिल्ली: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले में बड़ा खुलासा हुआ है. घटना की जांच में पता चला है कि वहां पर एक नहीं बल्कि तीन शूटर्स मौजूद थे. रैली में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर तीन गनों से हमला हुआ था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोली चलने की ऑडियो की फॉरेंसिक जांच […]
नई दिल्ली: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले में बड़ा खुलासा हुआ है. घटना की जांच में पता चला है कि वहां पर एक नहीं बल्कि तीन शूटर्स मौजूद थे. रैली में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर तीन गनों से हमला हुआ था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोली चलने की ऑडियो की फॉरेंसिक जांच में तीन बंदूकों से गोली चलने की बात सामने आई है. जांच में यह भी पता चला है कि एक हथियार से तीन गोलियां चलाई गईं थीं. वहीं दूसरे हथियार से पांच और तीसरे हथियार से चली गोली ट्रंप को छूकर निकली थी, जिससे वे घायल हो गए थे.
बता दें कि जिस शूटर की गोली ट्रंप को लगी थी, उसकी पहचान थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के रूप में हुई है. शूटर ने जैसे ही ट्रंप पर गोलियां चलाई तभी रैली में मौजूद सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने उसे ढेर कर दिया. नए खुलासे के बाद जांच एजेंसियों ने बाकी दो शूटर्स की तलाश शुरू कर दी है. मालूम हो कि इस साल के अंत में अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं. ऐसे में उन्हें अभी कई रैलियों और कार्यक्रमों में शामिल होना हैं. जिसे देखते हुए जांच एजेंसियों को ट्रंप पर फिर से हमला होने की आशंका है.
इस हादसे के बाद अमेरिका की सीक्रेट सर्विस सवालों के घेरे में है. दरअसल इसी एजेंसी पर ट्रंप की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी. रैली के दौरान एजेंट्स साथ थे तब भी जानलेवा हमला हुआ. ट्रंप पर हमले के बाद सीक्रेट सर्विस के डायरेक्टर किंबरली ए चीटल से इस्तीफे की मांग की जा रही है. इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने ट्रंप की सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स को सस्पेंड करने की मांग की है.
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