Thomas Cook collapses: दुनिया की सबसे पुरानी हॉलिडे ट्रैवल कंपनी थॉमस कुक आर्थिकस तंगी की वजह से बंद हो गई है. निजी निवेश और सरकार से बेलआउट पैकेज लेने में फेल रही कंपनी के प्रबंधकों ने रविवार को कंपनी बंद करने की घोषणा की. थॉमस कुक के बंद होते ही कंपनी के 22,000 से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी संकट में है, वहीं हॉलिडे पैकेज बुक कराके दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में छुट्टी मनाने गए डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं और वे जहां-तहां फंस गए हैं. हालांकि, भारत पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है. जानें थॉमस कुक के बंद होने के क्या कारण रहे और अब क्या होगा.
Thomas Cook collapses: दुनिया की सबसे फेमस और पुरानी ट्रैवल कंपनी थॉमस कुक आर्थिक तंगी की वजह से बंद हो गई हैं. पिछले लंबे समय से कंपनी की स्थिति बेहतर करने के लिए की फंड जुटाने की कोशिशों में लगी थॉमस कुक निजी निवेश और सरकार से बेलआउट पैकेज लेने में असफल रही, जिसके बाद कंपनी के प्रबंधकों ने रविवार को कंपनी के बंद करने की घोषणा की.
थॉमस कुक के बंद होते ही कंपनी के 22,000 से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी संकट में है, वहीं हॉलिडे पैकेज बुक कराके दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में छुट्टी मनाने गए डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं और वे जहां-तहां फंस गए हैं. दरअसल, थॉमस कुक ने सभी हॉलिडेज और फ्लाइट बुकिंग रद्द कर दी है. हालांकि कंपनी ने कहा कि वह छुट्टियों के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में गए लोगों को वापस लाने की कोशिश कर रही है और जल्द ही सभी यात्रियों को उनके घर पहुंचा दिया जाएगा.
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कंपनी ने दुनियाभर के कस्टमर्स के लिए हेल्पलाइन नंबर +44 1753 330 330 जारी किया है. थॉमस कुक के सीईओ ने कंपनी से संबंधित सभी लोगों और ग्राहकों से माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने कंपनी बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन असफल रहे, ऐसे में उनके पास कंपनी बंद करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था. रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड ने भी थॉमस कुक को फंड देने से इनकार कर दिया था. थॉमस कुक की फंडिग को लेकर चीनी शेयरहोल्डर फोसुन से भी बात नहीं बनी. कंपनी को डूबने से बचाने के लिए 25 करोड़ डॉलर की जरूरत थी.
Peter Fankhauser, Chief Executive of #ThomasCook makes his first public appearance since the collapse of the travel giant. He expresses his regret and apologises for the anxiety, stress and disruption. @BBCNews @BBCBreakfast @BBCWorld @BBCBusiness pic.twitter.com/HqdnCUoQZk
— Ben Thompson (@BenThompsonTV) September 23, 2019
मालूम हो कि थॉमस कुक के बंद होने से न सिर्फ हजारों कर्मचारियों और ग्राहकों पर इसका प्रभाव पड़ेगा, बल्कि सप्लायर और कंपनी के पार्टनर भी प्रभावित होंगे. हालांकि थॉमस कुक इंडिया ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि ब्रिटिश कंपनी थॉमस कुक के बंद होने से थॉमस कुक इंडिया पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह उससे अलग है और इसका स्वामित्व कनाडा की फेयरफैक्स फाइनैंशियल होल्डिंग्स के पास है. दरअसल, साल 2012 में थॉमस कुक यूके ने थॉमस कुक इंडिया की हिस्सेदारी फेयरफैक्स को बेच दी थी.