नई दिल्ली। अमेरिका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ रही एक भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन का ट्रंप प्रशासन ने वीजा रद्द कर दिया है। उसके ऊपर अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने आरोप लगाया है कि रंजनी यहाँ रहकर हिंसा-आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगी हुई थी। हमास का समर्थन करने वाली गतिविधियों में रहती थी। वीजा रद्द होने से पहले ही रंजनी अमेरिका से निकल आई।
अमेरिका में नहीं रहेंगे ऐसे लोग
DHS यानी अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग का कहना है कि रंजनी को F-1 स्टूडेंट वीजा मिला हुआ था। वह कोलंबिया यूनिवर्सिटी के अर्बन प्लानिंग में PhD करने आई थी। अमेरिकी विदेश विभाग ने 5 मार्च को ही उसका वीजा निरस्त कर दिया। इसके बाद 11 मार्च को वो अमेरिका से चली आई। DHS सचिव क्रिस्टी नोएम ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति यहाँ आकर हिंसा और आतंकवाद का समर्थन करता है तो उसे इस देश में नहीं रहने दिया जाएगा।
कोलंबिया यूनिवर्सिटी को नहीं मिलेगी मदद
ट्रंप प्रशासन ने पिछले हफ्ते कोलंबिया यूनिवर्सिटी को मिलने वाली 33 अरब रुपए की मदद रोक दी है। प्रशासन ने यूनिवर्सिटी पर आरोप लगाया कि ये यहूदी छात्रों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न को रोकने में विफल रहे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यहूदी छात्रों की सुरक्षा में विफल रहने वाली यूनिवर्सिटीज को संघीय वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी।