नई दिल्ली: दुनिया के सबसे प्रभुत्वशाली व्यक्तियों की सूची में आने वाले एलन मस्क की स्पेस कंपनी SpaceX ने 21 अप्रैल 2023 को अपने स्टारशिप को लॉन्च किया था. लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा रॉकेट होने के बाद भी ये मिशन फेल हो गया. लॉन्च पैड जमीन में गड्ढा कर गया और जैसे ही रॉकेट […]
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे प्रभुत्वशाली व्यक्तियों की सूची में आने वाले एलन मस्क की स्पेस कंपनी SpaceX ने 21 अप्रैल 2023 को अपने स्टारशिप को लॉन्च किया था. लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा रॉकेट होने के बाद भी ये मिशन फेल हो गया. लॉन्च पैड जमीन में गड्ढा कर गया और जैसे ही रॉकेट लॉन्च हुआ वैसे ही इससे इतनी धूल निकली कि ये दृश्य किसी धूल के ज्वालामुखी से कम नहीं लग रहा था. टेक्सास का पोर्ट इसाबेल शहर इस लॉन्चिंग बेस से सबसे ज़्यादा नज़दीक था जिसे इस लॉन्चिंग से सबसे ज़्यादा दिक़्क़तों का सामना किया. इस समय पूरे शहर में धूल जमा हो गई है.
शहर के प्रशासन के अनुसार इस धूल के गुबार से तात्कालिक तौर पर तो किसी तरह से सेहत को नुकसान नहीं पहुंचेगा. लेकिन धूल फैली है ये बात सच है. ढेर सारी धूल और कचरा बोका चिका से रॉकेट छूटने के बाद तेजी से फैला था. इस कारण करीब 10 किलोमीटर तक धूल का गुबार फैला. बता दें, पोर्ट इसाबेल लॉन्च स्टेशन से उत्तर-पश्चिम में स्थित है.
इतना ही नहीं हवा की गति उसी दिशा में होने के कारण शहर की ओर ये पूरा धूल का गुबार बढ़ गया. पोर्ट इसाबेल के निवासी ने समाचार चैनल को बताया है कि ये नज़ारा पूरे शहर के लिए बेहद डरावना था. ये धूल उस समय उड़ी जब पोर्ट इसाबेल की निवासी शैरोन अल्मागुएर अपनी 80 वर्षीय मां के साथ घर पर थीं. उन्होंने बताया कि इस तरह की धूल से उनके घर पर पहले भी थोड़ी कपकंपी भी महसूस हुई थी लेकिन इसका लेवल थोड़ा लग था.
गौरतलब है कि यह शहर अपने लंबे लाइटहाउस के लिए जाना जाता है. इस जगह हालत बेहद खराब थी क्योंकि लॉन्च के बाद लाइट हाउस का रंग बदल गया था. मेक्सिको की सीमा से मात्र 16 किलोमीटर दूर स्थित इस शहर में रेत और धूल के कण दिखाई दे रहे हैं।
भारतीय समयानुसार 20 अप्रैल 2023 की शाम करीब सात बजे रॉकेट स्टारशिप (Starship) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था. दक्षिणी टेक्सास में बोका चिका (Boca Chica) स्थित स्टारबेस (Starbase) से इस रॉकेट की टेस्टिंग की गई थी जिसके बाद यह आसमान में 33 किलोमीटर की ऊंचाई पर फट गया. रॉकेट की बात करें तो ये दुनिया का सबसे बड़ा रॉकेट है जिसकी ऊंचाई 394 फीट, व्यास 29.5 फीट है. इसे दो हिस्सों में बांटा गया है जिसमें से ऊपर वाले हिस्से को स्टारशिप कहते हैं. इस रॉकेट को बनाने का मिशन अंतरिक्ष में यात्रियों को मंगल तक भेजना है. बता दें, इसके अंदर 1200 टन ईंधन आता है जो इतना ताकतवर है कि पृथ्वी के एक कोने से दूसरे कोने तक मात्र एक घंटे में पहुंच सकता है.