नई दिल्ली। इस समय पूरी दुनिया पर तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा मंडराया हुआ है। दुनिया के शक्तिशाली देशों में जंग चल रही है जो कभी भी विश्व युद्ध में तब्दील हो सकती है। एक तरफ रूस युक्रेन की जंग रुकने का नाम नही ले रही वहीं दूसरी तरफ इजरायल और गाजा में भी युद्ध के […]
नई दिल्ली। इस समय पूरी दुनिया पर तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा मंडराया हुआ है। दुनिया के शक्तिशाली देशों में जंग चल रही है जो कभी भी विश्व युद्ध में तब्दील हो सकती है। एक तरफ रूस युक्रेन की जंग रुकने का नाम नही ले रही वहीं दूसरी तरफ इजरायल और गाजा में भी युद्ध के कारण गंभीर हालात हैं। ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि अगर तीसरा विश्व युद्ध होता है तो सबसे सुरक्षित देश कौन सा होगा।
स्विटजरलैंड हमेशा से शांति के लिए जाना जाता है। इस देश ने पिछले कई दशकों से युद्ध में भाग नहीं लिया है और अपनी तटस्थ स्थिति को बनाए रखा है। गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड की भौगोलिक स्थिति, जो पहाड़ी है, उसे प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करती है। इसके अलावा, यहां की सशस्त्र सेनाएं हमेशा तैयार रहती हैं, जो आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं।
न्यूजीलैंड एक और ऐसा देश है जिसे अपनी भौगोलिक स्थिति और राजनीतिक तटस्थता के कारण सुरक्षित माना जा सकता है। इसका दूर होना और कम जनसंख्या घनत्व इसे किसी भी बड़े संघर्ष से अपेक्षाकृत दूर रखता है। इसके अलावा, न्यूजीलैंड की सरकार ने हमेशा अपने देश में मानवता और शांति को सबसे पहले रखा है।
कनाडा की विशाल भौगोलिक सीमाएँ और कम जनसंख्या घनत्व इसे एक सुरक्षित स्थान बनाते हैं। साथ ही कनाडा सरकार ने स्थिरता और शांति की नीति अपनाई है। अमेरिका के साथ सीमा साझा करने के कारण कनाडा के पास मजबूत सुरक्षा उपाय हैं जिससे वह वैश्विक संघर्षों के दौरान सुरक्षित रह सके।
आइसलैंड एक छोटा लेकिन सुरक्षित देश है। इसकी भौगोलिक स्थिति और कम जनसंख्या इसे किसी भी बड़े युद्ध से दूर रखती है। आइसलैंड के पास न तो कोई सेना है और न ही किसी तरह का सैन्य संघर्ष। इसका तटस्थ रुख इसे वैश्विक युद्ध के दौरान सुरक्षित पनाहगाह बनाता है।
स्वीडन भी अपने तटस्थ रुख और मजबूत सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था के कारण सुरक्षित देशों की सूची में आता है। यहां की सरकार ने हमेशा शांति और मानवता के मूल्यों को प्राथमिकता दी है। इसके अलावा स्वीडन की विकसित आर्थिक और सामाजिक संरचना वैश्विक संघर्षों के प्रभावों से इसे बचाने में मदद करेगी।
फिनलैंड की भौगोलिक स्थिति और मजबूत सशस्त्र बल इसे सुरक्षा प्रदान करते हैं। यहां की सरकार ने हमेशा सामरिक सुरक्षा को सबसे पहले रखा है। फिनलैंड की नीति भी तटस्थता पर आधारित है ताकि वैश्विक संघर्षों के समय यह सुरक्षित रह सके।
भूटान की विशेष भौगोलिक स्थिति और कम जनसंख्या इसे एक सुरक्षित देश बनाती है। भूटान ने हमेशा शांति और स्थिरता को प्राथमिकता दी है। सरकार का ध्यान पर्यावरण और सामाजिक कल्याण पर है जो इसे वैश्विक युद्ध के प्रभावों से बचने में सक्षम बना सकता है।
ध्यान रहे कि कोई भी देश वैश्विक संघर्षों से पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। ये केवल ऐतिहासिक और भू-राजनीतिक कारकों पर आधारित संभावित उम्मीदवार हैं।
ये भी पढ़ेः-सारण में तिरंगे के अपमान को लेकर मचा बवाल, दो गिरफ्तार
मेरी जान को खतरा है, हिंदू धर्म में आना चाहती हूं, परिवार से तोड़ा रिश्ता, फिर हुआ ऐसा…