नई दिल्ली: ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2022 के मुताबिक इराक, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, सीरिया, नाइजीरिया आतंकवादी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र हैं, जहां तालिबान, ISIS और बोको हरम जैसे आतंकी संगठन सक्रिय है. बता दें अफगानिस्तान में तालिबान का सबसे ज्यादा प्रभाव है. वह देश में आतंकवाद का एक बड़ा कारण माना जाता है. पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों […]
नई दिल्ली: ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2022 के मुताबिक इराक, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, सीरिया, नाइजीरिया आतंकवादी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र हैं, जहां तालिबान, ISIS और बोको हरम जैसे आतंकी संगठन सक्रिय है. बता दें अफगानिस्तान में तालिबान का सबसे ज्यादा प्रभाव है. वह देश में आतंकवाद का एक बड़ा कारण माना जाता है. पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों को मिल रहे समर्थन और पनाह के कारण आतंकवादी गतिविधियां ज्यादा है.
इराक में आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे संगठन एक्टिव हैं जो देश में हिंसा और अस्थिरता का कारण बनते हैं. सीरिया में आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे संगठनों की गतिविधियां शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बनी हुई हैं. नाइजीरिया में बोको हराम जैसे संगठन है. जो आतंकवादी गतिविधियों का मुख्य स्रोत हैं यह संगठन वहां के आंतरिक सुरक्षा को कमजोर करते रहते है. सोमालिया में अल-शबाब जैसे संगठनों की मौजूदगी के कारण अफ़्रीकी क्षेत्र में अस्थिरता और तनाव बनी रहती है. यमन में गृह युद्ध की स्थिति में अल-कायदा जैसे संगठन सक्रिय हैं, जिससे आतंकवाद को बढ़ावा मिला है। लीबिया में कई आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं जो राजनीतिक अस्थिरता के कारण हैं.
ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2022 के मुताबिक पाकिस्तान दूसरे नबंर पर है. पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद का मददगार और पनहागार रहा है. पाकिस्तान ने आतंकवाद को पनपने में बहुत मदद की है. और यहां पर आतंकवादियों का भरमार है.परंतु पाकिस्तान अब खुद आतंकवादियों के चंगुल में फंस चुका है.पहले दूसरे देशों पर आतंकी हमले करने वालों की मदद करने वाला पाकिस्तान अब खुद आतंकी हमलों से परेशान है. पाकिस्तान में समय-समय पर आतंकी हमलों के मामले देखने को मिलते रहते हैं.
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