Turkey Vs Israel Syria Kurds: सीरिया में बशर अल असद के देश छोड़कर भागने के बाद तुर्की का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है। तुर्की समर्थितक एचटीएस विद्रोहियों ने सीरिया पर कब्जा कर लिया है। अब
नई दिल्ली: गाजा और लेबनान के बाद अब इजरायल और तुर्की के रिश्ते भी तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। सीरिया में तुर्की समर्थित एचटीएस विद्रोहियों के कब्जे के बाद तुर्की की सैन्य उपस्थिति बढ़ती जा रही है। तुर्की की सेना और उसके समर्थक गुट लगातार सीरिया में कुर्दों पर हमले कर रहे हैं, जबकि इन कुर्दों की सुरक्षा के लिए अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। अब इन कुर्दों ने इजरायल से मदद की अपील की है। गाजा में इजरायल के हमले के बाद से तुर्की और इजरायल के रिश्ते और भी खराब हो गए थे, लेकिन अब सीरिया के घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव का खतरा बढ़ गया है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने अपने देश में इजरायल के खिलाफ बयानबाजी कर माहौल को और गर्म किया है।
तुर्की का कहना है कि कुर्द उनकी सुरक्षा के लिए खतरा हैं क्योंकि वे एक अलग देश बनाने की योजना बना रहे हैं, जिसमें तुर्की के कुछ इलाके भी शामिल हो सकते हैं। इस बीच, बुधवार को तुर्की के लोगों ने इस्तांबुल में इजरायल के खिलाफ बड़े प्रदर्शन किए और हमास का समर्थन किया। गाजा युद्ध के बाद से मध्य पूर्व का भूराजनीतिक परिदृश्य बदल रहा है। इजरायल के तेल अवीव विश्वविद्यालय में तुर्की मामलों के विशेषज्ञ डॉ. हे इयटन कोहेन का कहना है कि एर्दोगान ने शुरुआत में यह समझा था कि इजरायल का हमला एक हिंसा का दौर है, लेकिन कुछ सप्ताह बाद तुर्की को यह समझ में आया कि इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध की शुरुआत कर दी है।
कोहेन के मुताबिक, एर्दोगान मुस्लिम ब्रदरहुड की विचारधारा से प्रेरित हैं और इसी विचारधारा से हमास भी प्रभावित है। एर्दोगान ने इजरायल के साथ रिश्ते खराब किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल की सीरिया में कुर्दों के साथ गुप्त दोस्ती रही है और इजरायल, कुर्दों की मदद से तुर्की को जवाब दे सकता है। बशर अल असद के सत्ता से हटने के बाद, तुर्की सीरिया में एक बड़ी रणनीतिक मौके की तलाश में है। सीरिया और इजरायल की सीमा आपस में मिलती है, जिससे भविष्य में इजरायल के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है। कोहेन ने यह भी कहा कि सीरिया और इजरायल की सीमा लंबे समय से शांत थी, लेकिन अब तुर्की इजरायल की सीमा के पास पहुंचने के बाद तनाव बढ़ सकता है।
इजरायल के एक और तुर्की मामलों के विशेषज्ञ प्रोफेसर इफरात अवीव का कहना है कि इजरायल और तुर्की के बीच भविष्य में सैन्य संघर्ष हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह अप्रत्याशित नहीं होगा, क्योंकि इस क्षेत्र ने पहले भी बहुत सी घटनाएं देखी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले एक दशक से तुर्की और इजरायल के रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं और अब तुर्की इजरायल के करीब पहुंच रहा है। इस बीच, मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलत्ती ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से फोन पर गाजा और सीरिया की स्थिति पर चर्चा की।
इस बातचीत के दौरान, अब्देलत्ती ने गाजा में तत्काल युद्धविराम के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को बढ़ाने पर जोर दिया और गाजा में मानवीय मदद की निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता की बात की। उन्होंने इजरायल से फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ अपनी आक्रामक नीतियां रोकने की भी मांग की। इसके अलावा, उन्होंने गाजा के अस्पतालों और स्वास्थ्य ढांचे को निशाना बनाने की इजरायल की रणनीति का विरोध किया। 7 अक्टूबर 2023 को
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