नई दिल्ली: हवाई जहाज के सफर को तेज और आरामदायक माना जाता है. यही कारण है कि ज्यादातर लोग दूसरे देशों में जाने के लिए हवाई यात्रा को ही चुनते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में कई ऐसे भी देश है जहां एक भी एयरपोर्ट नहीं हैं. ऐसे ही देशों के बारे […]
नई दिल्ली: हवाई जहाज के सफर को तेज और आरामदायक माना जाता है. यही कारण है कि ज्यादातर लोग दूसरे देशों में जाने के लिए हवाई यात्रा को ही चुनते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में कई ऐसे भी देश है जहां एक भी एयरपोर्ट नहीं हैं. ऐसे ही देशों के बारे में आइए जानते हैं।
दुनिया के अलग-अलग देशों में सफर करने के लिए दो साधनों का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है. इसमें से एक समुद्री रास्ता है जिसमें बड़े जहाजों से सफर किया जाता है. जबकि दूसरा सबसे पॉपुलर माध्यम हवाई मार्ग है. इसे अधिक आरामदायक माना जाता है. यही कारण है कि ज्यादातर लोग दूसरे देशों में जाने के लिए इसी को चुनते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में कई ऐसे भी देश है जहां एयरपोर्ट नहीं हैं. यहां हम आपको इन देशों के नाम बताएंगे जहां पर एयरपोर्ट नहीं है।
स्पेन और फ्रांस के बीच बसा यह छोटा सा देश है, जो यूरोप से पायरनीज पहाड़ियों से हटा हुआ है. यह देश पूरी तरह से पहाड़ों पर बसा हुआ है. जिसकी ऊंचाई करीब 3000 फीट तक है. यहां आने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट प्रिंसिपैलिटी एयरपोर्ट है. जिसकी दूरी लगभग 30 किलोमीटर है।
लिकटनस्टाइन प्रिंसिपैलिटी भी पहाड़ी इलाकों के में बसा हुआ है. इसका एरिया 160 स्क्वॉयर किलोमीटर तक है. लिकटनस्टाइन का पूरा परिमाप 75 किलोमीटर तक है. इसकी जटिल लोकेशन के कारण यहां पर एयरपोर्ट संभव नहीं है. यहां आने के लिए बस या कैब के जरिए ज्यूरिक एयरपोर्ट तक जाने का एक मात्र उपाय है, जो करीब 120 किलोमीटर दूर है।
द वैटिकन सिटी को दुनिया का सबसे छोटा देश माना जाता है. इस देश का एरिया 0.44 स्क्वॉयर किलोमीटर तक ही है. यह देश रोम के बीच बसा हुआ है. यह देश न तो समुद्री मार्ग से जुड़ा हुआ है और न ही हवाई मार्ग से. हवाई यात्रा करने के लिए लोगों को सियामपिनो एयरपोर्ट्स जाना पड़ता है, जहां ट्रेन से पहुंचने में करीब 30 मिनट वक्त लगता है।
मोनैको प्रिंसिपैलिटी देश भी बिना एयरपोर्ट के है. हालांकि यह देश अन्य देशों के साथ रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है. इस देश की आबादी लगभग 40 हजार है. यहां भी एयरपोर्ट की साधन नहीं है.यह एयर सर्विस के लिए अपने पड़ोसी देश नाइस से मदद लेता है।
सैन मारिनो जो कि इटली से घिरा हुआ है, लेकिन हैरान कर देने वाली बात ये है कि यह भी न तो समुद्र मार्ग से और न ही हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है. इस देश का परिमाप 40 किलोमीटर मात्र है. यही कारण है कि एयरपोर्ट बनाने की जगह नहीं है. देश से सबसे नजदीक एयरपोर्ट रिमिनी कहा जाता है जो 16 किलोमीटर दूर है।
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